जय शर्मा अनंत, जय कथा अनंता : खाद्य एवं रसद विभाग में आयुक्त कार्यालय में ही फल-फूल रहीं भ्रष्टाचार की जड़ें (पार्ट-2)

जय शर्मा दोषीं तो कार्रवाई करें आयुक्त : रणवीर प्रसाद

जय शर्मा

लखनऊ । खाद्य आयुक्त के पीएस जय शर्मा की कहानियां इतनी हैं कि उनके द्बारा किये जा रहे मामलों की जांच की जाये तो पूरे प्रदेश में उनकी जड़ें बिखरी हुई नजर आयेंगी। पूरे प्रदेश में कमिश्नर के पीएस का फोन आ जाए तो लोगों की घिग्घी बंध जाती है। लोग कहते हैं कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि उनके ऊपर एक पूर्व कमिश्नर रहे आईएएस अधिकारी ‘मिस्टर कुमार’ का हाथ है। वह खुद गर्व से बताते हैं कि मैं हर शनिवार व रविवार उनके साथ ही रहता हूं कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
जय शर्मा की जवाहर भवन में वर्चस्व में चल रही तिगड़ी से सब कोई घबराता है चाहे प्रभात कुमार श्रीवास्तव हों, शिखर टंडन हों, या फिर चंद्रमोहन चौधरी । लेकिन जुगाड़ तंत्र के चलते उसने अधिकारियों पर ऐसा जादू कर रखा है कि मजाल जय शर्मा के विरुद्ध कोई आवाज उठा ले। जय शर्मा और उनकी जुगाड़ू टीम आज कल कार्यालय में यही कहती घूम रही है कि कोई कुछ भी कर ले कितना भी छप जाये कोई हमारा आज तक कुछ बिगाड़ नहीं पाया। आयुक्त हों या फिर प्रमुख सचिव, जय शर्मा का कोई नहीं बिगाड़ पायेगा।
अब उनके सताये तो यही उम्मीद जता रहे हैं कि छह साल से एक ही पटल पर जमें जय शर्मा पर शासन इस बार तबादला नीति आने पर शायद कुछ कार्रवाई करें लेकिन जय शर्मा के प्रभाव के आगे उनकी उम्मीदों पर पलीता लगता दिख रहा है।

जय शर्मा की नयी एसयूवी कार

जय शर्मा ने हाल-फिलहाल एक एसयूवी कार खरीदी है जिसकी साज-सज्जा की जिम्मेदारी एक डीएसओ को थमायी गयी है। सरिता प्रवाह के हाथ यह कार लगी है। यही नहीं, जय शर्मा एप्पल कंपनी का जो फोन इस्तेमाल करते हैं वह भी नजारत संभाल रहे एक उनके ही कृपापात्र अधिकारी के हाथों खरीद का सप्रेम भ्ोंट किया गया है।
जय शर्मा का नेटवर्क इन दिनों बस शिखर टंडन और उनके साथियों की बहाली में जुटा है कि तय तारीख पर उनका निलंबन समाप्त कर दिया जाये। लेकिन वह कार्यालय में जुआ खेलते पाये गये इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी सिवाय इसके की तीन महीने के निलंबन की कागजी कार्रवाई थमा दी गयी। उनके निलंबन को पहले ही बता दिया गया है कि वह जैसे ही बहाल होंगे उनको उनकी सीट वापस सौंप दी जायेगी इस बाबत बाकायदा पत्र जारी किया गया है वह भी सरिता प्रवाह के हाथ लगा है। शिखर टंडन और उनके दो साथियों की बहाली का इंतजार है। आखिर होगा क्यों नहीं उनके ऊपर जय शर्मा का हाथ है और जिस पर जय का हाथ है उसकी विजय तो सुनिश्चित है। कहा जाता है कि कार्यालय में जय शर्मा के दोनों हाथ हैं- शिखर टंडन और प्रभात श्रीवास्तव। आजकल शिखर की जिम्मेदारी प्रभात निभा रहे हैं। किस-किस का जिक्र किया जाये पूरे कुएं में भांग मिली है। इतना खुलासा करने के बावजूद अभी तक इस प्रकरण पर खामोशी है और अधिकारी चुप्पी साधे हैं।

जय शर्मा के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जानी है, यह आयुक्त की जांच का विषय है। शासन स्तर पर मुझे जय के विरुद्ध किसी कार्रवाई की जानकारी नहीं है। अगर कोई प्रकरण है तो आयुक्त को उसकी जांच निष्पक्षता से करानी चाहिये।
-रणवीर प्रसाद
अपर मुख्य सचिव
खाद्य रसद

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