गुरुग्राम/आगरा। उत्तर प्रदेश बार कौंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा दीवानी कचहरी परिसर में गोली मारकर की गई हत्या मामले में आरोपित वकील मनीष शर्मा की गुरुग्राम में उपचार के 10वें दिन शनिवार को मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम के मेदांता मेडी सिटी अस्पताल में इलाज के दौरान उसने आखिरी सांस ली. मनीष के परिजन और आगरा पुलिस ने उसकी मौत होने की पुष्टि की है.
मनीष के पिता रमेश बाबू शर्मा ने बताया कि शनिवार को इलाज के दौरान लगभग ढाई बजे उनके पुत्र को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. अंत्येष्टि आगरा में होगी. उसने दरवेश को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी. इसके बाद से ही उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी. मनीष को 13 जून को मेदांता में लाया गया था, जहां उसके सिर में गोली लगी थी और फिर इसके बाद कभी होश नहीं आया.
दरवेश यादव हत्याकांड के सारे राज मनीष शर्मा के पास ही थे. ऐसे में पुलिस उसके ठीक होने का इंतजार कर रही थी, ताकि इस बात का खुलासा हो सके कि उसने दरवेश को क्यों मौत के घाट उतारा? लेकिन पूछताछ से पहले ही आरोपी की मौत हो गई. दरवेश की हत्या के बाद यूपी पुलिस ने कई प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की है.
आपको बता दें कि इसी महीने की 12 जून को आगरा में दरवेश यादव अध्यक्ष बनने पर स्वागत समारोह के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चैंबर में बैठी थीं. वहीं, यहां पर आकर पूर्व सहयोगी अधिवक्ता मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से यूपी बार कौंसिल की अध्यक्ष को 5 गोलियां मारीं, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपित मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली थी.