वाराणसी। वाराणसी में पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर रोडवेज बस में आग लगाए जाने की घटना सामने आई है. पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रही राज्य जन आंदोलन की महिला कार्यकर्ता वंदना रघुवंशी ने बस को आग के हवाले कर दिया. वंदना ने कैंट स्थित रोडवेज बस अड्डे पर वाराणसी-लखनऊ वॉल्वो को निशाना बनाया. ग़नीमत ये रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची लेकिन तबतक बस लगभग जलकर ख़ाक हो चुकी थी.
वाराणसी के कैंट रोडवेज बस स्टैंड पर लखनऊ के आलमबाग डिपो की वोल्वो बस नंबर UP 32 -DM 0184 खड़ी थी कि तभी आग लगने की घटना हुई. प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ी वाल्वो बस में अचानक आग लगने से बस स्टैंड पर मौजूद यात्रियों में अफरा तफरी मच गई. सुबह का समय होने के कारण बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ भी ज्यादा थी. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड के फायर फाइटर्स और पुलिस उच्चाधिकारी पहुंच गए.
घटना को अंजाम देने वाली महिला पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की राष्ट्रीय सचिव हैं और उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने बस में आग लगाई है. वंदना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
वाराणसी के एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि वंदना रघुवंशी पिछले कुछ दिनों से पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रही हैं. प्रारंभिक पूछताछ में वंदना ने बताया कि सुबह पेट्रोल लेकर घर से निकली थी, अपना मोबाइल भी इन्होंने घर पर ही छोड़ दिया था. वंदना ने कहा कि मोबाइल ट्रैक हो जाता है इसलिए उसे घर पर ही छोड़ दिया था. वो घर से सीधे रोडवेज बस स्टैंड गई और वहां खड़ी बस में उन्होंने आग लगाई जिसमें कोई नहीं था. उन्होंने यह बात खुद स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि इस घटना में ये अकेले शामिल थीं, इनके खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी. दिनेश सिंह ने बताया कि पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर 15 अगस्त से यह लोग अनशनरत थे लेकिन इन लोगों का अनशन तोड़वाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से डिस्चार्ज होने के बाद यह अपने घर रह रही थीं. वंदना ने कहा कि अपने आंदोलन की तरफ लोगों का ध्यान दिलाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा.
वाराणसी कैंट रोडवेज डिपो के कर्मचारी अमरनाथ सिंह ने बताया कि जैसे ही बस में आग लगी हम लोग दौड़कर बस की तरफ भागे. हमने देखा कि एक महिला कह रही थी कि यह आग हमने लगाई है. हमारी मांग अलग पूर्वांचल राज्य की है. पीएम मोदी आए थे उनसे हम लोगों को नहीं मिलने दिया गया. अब हमारी बात सुनी जाएगी, इसलिए हमने इस बस में आग लगाई है.
इस घटना के एक और चश्मदीद रोडवेज कर्मचारी इंद्रेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जैसे ही बस में आग लगी हम लोग ऑफिस में बैठे थे. भगदड़ की स्थिति हो गई थी. जिस बस में आग लगी थी उसके अगल-बगल कई बसें खड़ी थीं. हम लोगों ने सबसे पहले पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी और उसके बाद उन बसों को हटवाने का काम किया. इन्द्रेश ने बताया कि एक महिला चिल्लाते हुए कह रही थी कि हम पूर्वांचल राज्य की मांग करते हैं और वह कुछ पर्चे भी फेंक रही थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गई.