नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से लगे सीमावर्ती इलाकों में भारत की ओर से किए गए सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical strike) और एयर स्ट्राइक (Air strike) के बाद पाकिस्तान (Pakistan) ने आतंकियों की नए सिरे से भर्ती शुरू कर दी है. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत के पंजाब (Punjab) से सटे बॉर्डर इलाकों में आतंकियों की भर्ती के लिए कैंप तैयार कर लिए हैं. भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब (Punjab) प्रांत में आतंकवादी संगठनों ने स्थानीय लोगों की भर्ती शुरू कर दी है. भारतीय सेना के सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी.
सेना के सूत्रों ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) सेना द्वारा पिछले 45 दिनों में नियंत्रण रेखा (LOC) के बेहद करीब कई आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय किए गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि इन घटनाक्रमों के कारण पाकिस्तान (Pakistan) से आतंकी खतरे का अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर में बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य को लेकर वह काफी आक्रामक है.
लश्कर और जैश के लगे हैं कैंप
संसद ने पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करते हुए जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया. पाकिस्तान (Pakistan) कश्मीर घाटी में लगाए गए संचार प्रतिबंधों का हवाला देते हुए भारत पर लगातार मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा रहा है.
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि खुफिया रिपोटरें से पता चलता है कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे दो प्रमुख आतंकी संगठनों के दौरा-ए-आम ने पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब (Punjab) प्रांत में प्रशिक्षण गतिविधियों की शुरुआत की है.
सीमावर्ती इलाकों में पाक ने बैट तैनात किए
सैन्य अधिकारी ने कहा, ‘ये गतिविधियां पाकिस्तान (Pakistan) के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद-मनशेरा-कोटली कलस्टर में की जा रही हैं. बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के कई कमांडो को भी नियंत्रण रेखा के पास ले जाया गया है.’
सेना के अनुसार, यह आतंकी लॉन्च पैड LOC के पास स्थित गुरेज, मचचल, केरन, तंगधार, उरी, पुंछ, नौशेरा, सुंदरबनी, आरएस पुरा, रामगढ़ और कठुआ क्षेत्रों के साथ लगती सीमा पर स्थित हैं. खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सेना को पुष्टि की है कि पीओके के कालीघाटी सेक्टर में अगस्त की शुरुआत में आतंकी संगठनों द्वारा सक्रिय एक संचार केंद्र अभी भी काम कर रहा है.