नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भले ही कप्तानी छोड़ चुके हैं, लेकिन अब भी वह भारत के ‘अनऑफिशियल कप्तान’ हैं. वह अक्सर अपने उपयोगी टिप्स के जरिए कप्तान की मदद करते ही रहते हैं. फिर चाहे वह फील्डिंग जमाने की बात हो या डीआरएस लेने की. कप्तान विराट कोहली और दूसरे खिलाड़ी भी महेंद्र सिंह धोनी से राय लेना पसंद करते हैं. एशिया कप 2018 में भारत-बांग्लादेश के मैच के दौरान धोनी एक बार फिर से ‘कप्तान’ के अवतार में नजर आए.
भारत और बांग्लादेश के मैच में कप्तान रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी के बीच कई मौकों पर दिलचस्प बातचीत हुई. भारत के लिए शाबिक अल हसन की विकेट लेना मुश्किल काफी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में धोनी ने रोहित को फील्डिंग बदलने की सलाह दी. धोनी की इस सलाह के बाद शिखर धवन को लेग साइड में इनर सर्कल में लगाया गया. शिखर धवन ने दूसरा कैच रवींद्र जडेजा की गेंद पर शाकिब अल हसन का लिया. शाकिब हवा में स्वीप करते हुए स्क्वेयर लेग पर लपके गए. यह बांग्लादेश का तीसरा और जडेजा का पहला विकेट था.
इस ट्रिक के चलते शाबिक अल हसन आउट हो गए. शाकिब अल हसन का विकेट मिलने के बाद महेंद्र सिंह धोनी की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हुई. फैन्स ने कहा कि रन नहीं बनाने के बावजूद भी धोनी टीम इंडिया के लिए क्यों इतने जरूरी हैं. यह बात इन्हीं चीजों से समझ आती है.
— Gentlemen’s Game (@DRVcricket) September 21, 2018
महेंद्र सिंह धोनी की इस फील्डिंग चेंज ट्रिक और विकेट मिलने की कामयाबी पर उनकी आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी तारीफ की. चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडिल से ट्वीट करते हुए लिखा- स्टंप्स के पीछे खड़े व्यक्ति का मास्टर माइंड शाकिब के आउट होने का कारण था. भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हरा दिया.
वहीं, मुंबई इंडियंस ने भी अपने कप्तान रोहित शर्मा की तारीफ की और उनकी कप्तानी को स्मार्ट बताया.
मुंबई इंडियंस के इस ट्वीट के बाद कुछ फैन्स नाराज भी हो गए और उन्होंने धोनी की तरफदारी की.
बता दें कि लंबे अंतराल बाद वनडे में वापसी कर रहे रवींद्र जडेजा के चार विकेट के बाद कप्तान रोहित शर्मा की नाबाद 83 रनों की बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ने दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप-2018 के मैच में बांग्लादेश को सात विकेट से हरा दिया.
बांग्लादेश ने मेहदी हसन मिराज (42) और कप्तान मशरफे मुर्तजा (26) के बीच आठवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी के दम पर 49.1 ओवरों में अपने सभी विकेट खोकर बमुश्किल 173 रन बनाए. भारत ने इस आसान से लक्ष्य को 36.2 ओवरों में महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया.