श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलिसकर्मी अब हिजबुल आतंकियों के निशाने पर हैं. हिजबुल मुजाहिदीन ने शनिवार को पुलिसकर्मियों को धमकी की नई लिस्ट जारी की है. सोशल मीडिया के माध्यम से हिजबुल ने पुलिसकर्मियों को नौकरी छोड़ने की चेतावनी दी है. इससे पहले शुक्रवार को शोपियां जिले में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों को अगवा करके गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी.
खबरों के मुताबिक यह कायरना हरकत प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा ने विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) के खिलाफ की. अधिकारियों ने बताया कि इस आतंकवादी हमले ने 1.2 लाख कर्मियों वाले बेहद मजबूत जम्मू कश्मीर पुलिस बल को भी हिला कर रख दिया. शहीद पुलिसकर्मियों की पहचान कांस्टेबल निसार अहमद, दो विशेष पुलिस अधिकारियों – फिरदौस अहमद और कुलवंत सिंह के तौर पर हुई.
इसके चलते छह पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) के सोशल मीडिया पर इस्तीफे की घोषणा की खबर सुर्खियों में आई. हालांकि घटना के कुछ घंटो बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद किसी भी पुलिसकर्मी ने जम्मू-कश्मीर में इस्तीफा नहीं दिया है.