कन्नौज। वैसे तो यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव छिबरामऊ बस हादसे में घायलों का हालचाल जानने के लिये मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे, लेकिन वहां मीडिया से बात करते हुए उन्होने बीजेपी नेताओं को जमकर कोसा, अखिलेश ने आरोप लगाया, कि कन्नौज सांसद और बीजेपी के कुछ नेता उनकी पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं, ये लोग सुधर जाएं, नहीं तो समाजवादियों को सुधारना आता है, पूर्व सीएम का ये बयान सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है, इस के साथ ही अखिलेश और सुब्रत पाठक के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है।
बीजेपी नेता का बयान
अखिलेश यादव के इस टिप्पणी के बाद देर रात बीजेपी जिला अध्यक्ष और कन्नौज सांसद का संयुक्त बयान सामने आया है, डिंपल को चुनाव में हराने वाले सुब्रत पाठक ने कहा कि अगर मैंने कभी डिंपल यादव के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है, तो अखिलेश यादव सबूत पेश करें, अगर वो सही साबित होंगे, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा, अगर वो सबूत नहीं दे पाये, तो उन्हें सार्वजनिक रुप से माफी मांगनी पड़ेगी।
सोशल मीडिया पर बयानबाजी
सोशल मीडिया पर सपा और बीजेपी के समर्थकों के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है, बीजेपी जिला अध्यक्ष ने कहा कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव जी का वीडियो सोशल मीडिया पर देखकर हैरानी हुई, उनका बयान बेतुका है, उनके द्वारा एक सरकारी कर्मचारी का सार्वजनिक अपमान करना शोभा नहीं देता, अपनी राजनैतिक पृष्ठभूमि और पूर्व में सत्ता की हनक को एक छोटे से कर्मचारी पर सार्वजनिक रुप से अपमानित करना समाजवादी मानसिकता दिखाता है।
अखिलेश ने क्या कहा था
मालूम हो कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों से मुआवजा राशि देने की बात कर रहे थे, तभी इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर बीच में बोल पड़े, इसी बात से अखिलेश नाराज हो गये, उन्होने कहा तुम मत बोलो, तुम सरकारी आदमी हो, हम जानते है क्या होती है सरकार, इसलिये मत बोलो, क्योंकि तुम सरकार के आदमी हो, तुम्हें नहीं बोलना चाहिये, अखिलेश ने कहा कि तुम सरकार का पक्ष नहीं ले सकते, तुम बहुत छोटे कर्मचारी हो, आरएसएस के हो सकते हो, बीजेपी के हो सकते हो, लेकिन ये बात नहीं कह सकते, कि वो क्या कह रहा है, इसके बाद पूर्व सीएम ने कहा कि एकदम दूर हो जाइये, यहां से, बाहर भाग जाइये, बाहर भाग जाओ यहां से।
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