लखनऊ। समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनने के बाद से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का साथ छोड़कर नेताओं का शिवपाल यादव के साथ जुड़ने का सिलसिला जारी है. वहीं, शिवपाल अपने सेकुलर मोर्चा को मजबूत करने के लिए लगातार सपा नेताओं को तोड़कर अपने मोर्चे में बड़ा पद देते जा रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसे अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
30 जिला अध्यक्ष बनाए गए
दिलचस्प बात ये है कि शिवपाल ने दो दिन पहले जब अपने 30 जिला अध्यक्षों की लिस्ट जारी की तो उसमें भी सपा नेताओं के नाम ही नजर आए. शिवपाल की तरफ से सेकुलर मोर्चा के जिन 30 जिला अध्यक्षों की नियुक्त की गई है, उनमें 8 जिले पूर्वांचल के शामिल हैं. जौनपुर में प्रभानंद यादव, मिर्जापुर में श्यामा नारायण यादव, आजमगढ़ में राम प्यारे यादव, बलिया में दिनेश यादव, मऊ में विजय शंकर यादव, गोरखपुर में राम मिलन यादव, और देवरिया में गिरेंद्र यादव को जिला अध्यक्ष बनाया गया है.
मुलायम के गढ़ में भी कामयाबी
शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में सपा के दिग्गज नेता बलराम यादव के करीबी राम प्यारे यादव को पार्टी से तोड़कर अपने साथ मिलाया है. वहां राम प्यारे सपा के मजबूत नेता माने जाते हैं. ऐसे में उन्हें जिला अध्यक्ष की कमान सौंपने से सपा में बेचैनी साफ झलक रही है.
यादव और मुस्लिम चेहरे ज्यादा
अब तक शिवपाल अपने साथ जिन नेताओं को सपा से लाकर जोड़ने में कामयाब रहे हैं, उनमें यादव और मुस्लिम चेहरे ज्यादा हैं. पारंपरिक तौर पर ये दोनों तबके सपा का मजबूत वोटबैंक माने जाते रहे हैं. शिवपाल ने जब से मोर्चे का गठन किया है, अखिलेश के इसी वोटबैंक में सेंधमारी की कोशिश कर रहे हैं.
सेकुलर मोर्चा ने अपने प्रवक्ताओं की लिस्ट में भी जिन चेहरों को शामिल किया है. वे सभी सपा में रह चुके हैं. इसके अलावा एक समय में सपा के मुख्य प्रवक्ता रहे मोहम्मद शाहिद भी पिछले दिनों शिवपाल यादव के साथ जुड़ गए हैं. शाहिद का शिवपाल के साथ जाना भी अखिलेश के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.