नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह केंद्र सरकार के अनलॉक-1 के फैसले को लागू करेंगे. इसके तहत दिल्ली की सभी दुकानें, बाजार खुलेंगे. हालांकि स्पा सेंटरों को खोलने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही कहा कि दिल्ली के बॉर्डर अगले एक हफ्ते तक सील रहेंगे. दिल्ली के अस्पताल दिल्ली के लोगों के लिए हैं. केवल जरूरी सेवाओं को आवागमन की अनुमति होगी.
उन्होंने कहा कि अभी तक जो चीज़े खोलीं है वो खुली रहेंगी. सैलून की दुकान खोलेंगे, स्पा नही खोलेंगे. ऑटो, ई रिक्शा, में लोगों के बैठने संबंधी पाबंदियां हटा रहे हैं. रात 9 से 5 बजे तक घर से बाहर नही निकल सकेंगे. कार में और स्कूटर में लोगों के बैठने पर प्रतिबंध नहीं होगा. मार्केट में सभी दुकानें खुलेंगी. ऑड-ईवन सिस्टम नहीं होगा. सभी इंडस्ट्री खुल सकेंगी.
उन्होंने लोगों से सुझाव मांगते हुए कहा कि क्या दिल्ली के बॉर्डर को खोला जाए या नहीं. दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. अगर बॉर्डर खोल दिये तो देश भर से लोग यहां इलाज करवाने आते हैं क्योंकि यहां स्वस्थ्य सेवाएं अच्छी और मुफ्त हैं. ऐसे में दिल्ली में अस्पतालों में बेड दो दिन में भर जाएंगे. ऐसे में बॉर्डर खोलने चाहिए या नहीं? इस बारे में शुक्रवार 5 बजे तक लोग सुझाव व्हाट्सएप्प कर सकते हैं. 8800007722 नंबर पर, या delhicm.suggestions@gmail.com पर मेल कर या 1031 पर फ़ोन कर सुझाव दे सकते हैं.
इसके साथ ही कहा कि ऐप के जरिये ये पता चलेगा कि किस अस्पताल में कितने बेड खाली है, ये ऐप कल लांच करेंगे. एक हफ्ते के लिए दिल्ली के बॉर्डर सील कर रहे हैं. उसके बाद सुझावों के आधार पर फैसला लेंगे.
8,392 नए मामले
इस बीच कोविड-19 के 8,392 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,90,535 हो गए हैं. वहीं 230 और लोगों की जान जाने के बाद वायरस से मरने वालों की संख्या 5,934 हो गई. कोरोना वायरस पर नजर रख रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन और इटली के बाद कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत सातवें नंबर पर है.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार देश में अभी 93,322 लोगों का इलाज जारी है जबकि 91,818 ठीक हो चुके हैं और एक मरीज देश छोड़कर जा चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक 48.19 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं.’’ कुल पुष्ट मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल है.
मंत्रालय के अनुसार जिन 230 लोगों की जान गई है, उनमें महाराष्ट्र के 89, दिल्ली के 57, गुजरात के 31, तमिलनाडु के 13, उत्तर प्रदेश के 12, पश्चिम बंगाल के आठ, मध्य प्रदेश के सात, तेलंगाना के पांच, कर्नाटक के तीन, आंध्र प्रदेश के दो, बिहार, पंजाब और राजस्थान का एक-एक व्यक्ति है.
इस वैश्विक महामारी से देश में कुल 5,394 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से सबसे अधिक 2,286 महाराष्ट्र में, फिर 1,038 गुजरात में, 473 दिल्ली में, 350 मध्य प्रदेश में, 317 पश्चिम बंगाल में, 213 उत्तर प्रदेश में, 194 राजस्थान में, 173 तमिलनाडु में, 82 तेलंगाना में और आंध्र प्रदेश में 62 लोगों की जान गई है.
कर्नाटक में मृतक संख्या 51 और पंजाब में 45 हो गई है. वहीं जम्मू-कश्मीर में 28, बिहार में 21, हरियाणा में 20, केरल में नौ और ओडिशा में सात लोगों की इससे जान गई है. आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड में कोविड-19 से पांच-पांच लोगों की जान गई है जबकि चंडीगढ़ और असम में चार-चार लोगों की जान अब तक कोरोना वायरस से गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार जान गंवाने वाले लोगों में से 70 प्रतिशत को पहले से ही कोई बीमारी थी.