लखनऊ/मेरठ। मेरठ के एक मंदिर में मूर्ति रखने से मना करने पर दलित परिवारों ने धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है. मामला इंचौली थानाक्षेत्र के मसूरी गांव का है. गांव के करीब 50 नाराज दलित परिवारों ने इस्लाम धर्म कबूल करने की धमकी दी है. इसके बाद से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. लोगों का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग हैं जो मंदिर में काली मां की मूर्ति नहीं रखने दे रहे हैं, जिसकी वजह से दलित परिवार नाराज हैं.
इस मांग को लेकर ग्रामीण जिलाधिकारी के आवास पर भी पहुंचे, जहां उन्होंने जिलाधिकारी को पूरा मामला बताया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि मूर्ति मंदिर में नहीं लगाई गई, तो वो धर्मपरिवर्तन कर लेंगे. जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच एसपी देहात को सौंप दी है.
मूर्ति स्थापित न करने देने का विरोध करने वाले राजकुमार ने एएनआई से कहा कि हम हिंदू हैं. यदि हम मां काली की मूर्ति को मंदिर में स्थापित नहीं कर सकते तो हम कहां जाएं. इससे तो अच्छा यही है कि धर्म परिवर्तन कर लें. गुस्साए लोगों का आरोप है कि हिन्दू होने के बाद भी उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है. तो क्यों न वो धर्मपरिवर्तन कर मुस्लिम ही बन जाएं.
मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. एडीएम रामचंद्र ने बताया कि विरोध करने वालों का कहना है कि वे एक मंदिर में मां काली की मूर्ति स्थापित करना चाहते थे. लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया और उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. मामले की जांच होगी. उनके धर्म परिवर्तन की मांग के बारे में अभी पता नहीं है. मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा.
वहीं, एसपी देहात का कहना है की ऐसा कोई मामला नहीं है. उन्होंने कबा कि कुछ ग्रामीण मंदिर के अंदर एक मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं, जिसके लिए मंदिर की कमेटी ने मना कर दिया. इसलिए अब वो इस मसले पर दूसरे पक्ष से भी बात करेंगे. दोनों पक्षों के साथ बात करके समस्या का हल निकाला जाएगा.