वायरल ऑडियो में सीओ ने एसपी ग्रामीण को बताया कि उसने ही (पूर्व एसओ) विकास दुबे को दबिश की जानकारी दे दी होगी। वह इसलिए नहीं जा रहा क्योंकि उससे कहेगा कि सीओ ने फोर्स लेकर दबिश मारी थी। उन्होंने एसपी ग्रामीण को यह भी बताया कि अब तक एसओ ने फोन करके कह दिया होगा कि दबिश पड़ने वाली है भाग जाओ।
साहब! इसकी हरकतें थाने में दो चार को मरवा देगी
शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा और एसपी ग्रामीण के बीच की बातचीत के वायरल ऑडियो में सीओ कह रहे हैं कि वादी राहुल तिवारी और आरोपित विकास दुबे का गांव आसपास ही है। दोनों एक ही गांव के हैं, समझ लीजिए। इस पर एसपी ग्रामीण कहते हैं कि गांव में फोर्स लगाने की जरूरत पड़ेगी। सीओ उन्हें बता रहे हैं कि एसओ विनय तिवारी ने कहा है कि बगैर आपके (सीओ) दबिश देने नहीं जाएगा। सीओ एसपी को बताते हैं कि एसओ विनय तिवारी विकास दुबे के पैर छूता है। एसपी ने कहा ऐसा है। तब सीओ ने कहा कि एसओ कहता है कि अपराधी ही अपराधी की सूचना देता है साहब। इसके बाद सीओ ने यह भी कहा कि साहब इसकी यही हरकते थाने में दो चार को मरवा देगी।
कप्तान ने हाथ रखा है
वायरल ऑडियो के मुताबिक सीओ ने फोन पर एसपी ग्रामीण को यह भी बताया कि पहले वाले कप्तान साहब ने सिर पर ज्यादा हाथ रख दिया तो एसओ के तो उसकी जुबान खुल गई थी। एसपी ग्रामीण ने कहा कि हां रिपोर्ट जो दी गई थी उसमें भी मुक्त कर दिया गया था उसे।
ऑडियो में पांच लाख देने का आरोप
वायरल ऑडियो के मुताबिक सीओ ने एसपी ग्रामीण को बताया था कि एसओ विनय तिवारी 1.5 लाख रुपए लेकर जुआ खिलवा रहा था। उसे लिखापढ़ी में भी चेतावनी दी गई थी मगर वह माना नहीं। बाहर की फोर्स लेकर मैंने खुद छापेमारी की। सीओ आरोप लगा रहे हैं कि जब पूर्व कप्तान तिवारी जी को बताया तो उन्होंने कहा अभी रिपोर्ट दो मैं कार्रवाई करता हूं। एसओ ने जुआरियों से पांच लाख रुपए लिए और पूर्व कप्तान को ले जाकर दे दिए। सभी जांच खत्म हो गई। हिन्दुस्तान ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
जब जुआ खिलवाते थे तब नहीं बताया
इसी तरह से सीओ और एसओ के बीच का ऑडियो भी वायरल हुआ है। इसमें एसओ कह रहा है कि साहब दबिश मारने के लिए आपके नेतृत्व की जरूरत है। इस पर सीओ उसे फटकार लगाते हुए कह रहे हैं कि जब जुआ खिलवाते थे तब मुझसे पूछा था। इसी तरह तीसरे ऑडियो में सीओ को बताया जा रहा है कि राहुल तिवारी ने तहरीर दी है। मारपीट कर स्पार्कियो में भर ले जाने की जानकारी दी जा रही है। सीओ पूछते हैं कि घटना सही है। इस पर बताया जाता है कि इसमें मारपीट हुई है। इस पर सीओ ने कहा है कि रिपोर्ट दर्ज करा दें।
अनंत देव तिवारी, पूर्व डीआईजी कानपुर का कहना है कि यह मामला तब का है जब बिल्हौर सीओ ने बिल्हौर इंस्पेक्टर के साथ मिलकर चौबेपुर में छापेमारी कर जुआ पकड़ा था। इस कार्रवाई के बाद आगे की लिखापढ़ी बिल्हौर पुलिस को करनी थी। ऐसे में यह कैसे सम्भव है कि चौबेपुर एसओ जाकर पैसा लाकर दे देगा। यह आरोप गलत हैं। इसके अलावा जुआ में हल्की कार्रवाई करने के लिए सीओ देवेंद्र मिश्रा की शिकायत एडीजी जोन से की गई थी। उसकी जांच भी मेरे द्वारा कराई गई थी।
ब्रजेश श्रीवास्तव, एसपी ग्रामीण ने कहा कि सीओ से बातचीत का जो ऑडियो वायरल हुआ है। उसमें आवाज मेरी ही है। मुझे याद नहीं है कि किसने मुझसे क्या कहा था। बहुत सारे लोग बहुत सारी बात करते हैं। मैंने भी अभी ऑडियो सुना है। मुझे इसके बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं है।