कानपुर। कानपुर के बिकरू कांड के बाद पुलिस मुठभेड़ में ढेर विकास दुबे का रिश्तेदार बनकर रंगदारी मांगने वाले एक बदमाश को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसने तीन दिन पूर्व एक बाइक एजेंसी के मैनेजर से रंगदारी मांगी थी। वह चेन स्नेचिंग के मामले में पहले से वांछित था। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है।
रामनाथ देवरिया मोहल्ला के रहने वाले शंभूशरण मिश्र रुद्रपुर मोड़ के पास एक बाइक एजेंसी में मैनेजर हैं। 5 अगस्त को उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने मैनेजर से कहा कि वह विकास दुबे का रिश्तेदार बोल रहा है। विकास दूबे के कुछ रिश्तेदारों की जमानत करानी है। अपने मालिक से बात कर पैसा भेजो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। हलांकि, कितना पैसा और कहां भेजना है, इसके बारे में उसने कुछ नहीं बताया। बाइक एजेंसी मालिक और मैनेजर ने मामले से एसपी को अवगत कराया।
एसपी के निर्देश पर सर्विलांस की मदद से एसओजी ने फोन करने वाले को दबोच लिया है। सूत्रों के अनुसार बदमाश ने पुलिस को पूछताछ में अपना नाम अनूप तिवारी निवासी रामनाथ देवरिया बताया है। वह चेन स्नेचिंग समेत कई मामलों में पहले भी जेल जा चुका है। एक मामले में फरार होने के चलते उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। उसने लुधियाना से फोन कर मैनेजर से रंगदारी मांगी थी। वह जिले के रहने वाले एक नेता का बस लेकर लुधियाना गया था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
डॉ. श्रीपति मिश्र, एसपी, देवरिया ने बताया कि एक बाइक एजेंसी के मैनेजर ने रंगदारी मांगने की शिकायत की थी। मामले की जांच की जा रही है। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।