गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट में एक खास खिलाड़ी रहे हैं. वे रविवार 14 अक्टूबर को अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं. एक समय गंभीर टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज थे. 14 अक्टूबर 1981 को जन्मे गंभीर पिछले काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. इस साल आईपीएल में अचानक दिल्ली डेयरडेविल की कप्तानी छोड़ चुके गंभीर अभी भी सक्रिय क्रिकेट से तो जुड़े हैं लेकिन टीम इंडिया से अभी काफी दूर चल रहे हैं.
गौतम ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच करीब एक साल पहले नवंबर 2016 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था. तब से वह टीम इंडिया में अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि अब शायद ही उनकी वापसी टीम इंडिया में हो. ऐसा नहीं है कि उनके बल्ले ने रन बनाना कम कर दिया है. वे अभी भी दिल्ली की टीम के कप्तान हैं हाल ही में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में भी खेलते नजर आए और अपनी टीम के लिए कई कीमती पारियां भी खेली. लेकिन 37 वर्षीय गंभीर लगता है कि टीम इंडिया में उनकी वापसी वक्त खत्म हो चुका है.
इस साल बिलकुल उलट रहा आईपीएल रिकॉर्ड
आईपीएल में गौतम और उनकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही है. वे दो बार अपनी टीम को आईपीएल खिताब दिला चुके हैं, लेकिन इस साल सबसे पहले चर्चा में गंभीर तब आए जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें अपनी टीम में रीटेन न करने का फैसला लिया. इसके बाद वे आईपीएल नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल के लिए खरीद लिए गए. तब चर्चा चली की वे दिल्ली की कप्तानी करेंगे. उन्होंने दिल्ली की शुरुआती मैचों में कप्तानी की लेकिन टीम के अंक तालिका में सबसे नीचे रहने के कारण उन्होंने बीच टूर्नामेंट में कप्तानी छोड़ दी. उसके बाद वे आईपीएल में बतौर खिलाड़ी तक नजर नहीं आए.
कई सामाजिक गतिविधियों को लेकर भी रहे चर्चित
गौतम गंभीर खेल के अलावा अपनी सामाजिक गतिविधियों को लेकर भी चर्चा में रहते हैं. अभी हाल में उन्होंने रक्षाबंधन के पर्व पर किन्नरों से राखी बंधवाकर सुर्खियां बटोरी थी. उन्होंने इस बहाने किन्नरों की समाज में स्वीकार्यता का मुद्दा उठाया था, जिसकी काफी तारीफ भी हुई थी. वे जम्मू कश्मीर के मुद्दे को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर गौतम गंभीर की कुछ तस्वीरें भी वायरल हुई थी जिनमें वे एक महिला के तौर तैयार नजर आए. इन तस्वीरों में गौतम ने माथे पर बिंदी लगाई थी और सिर पर दुपट्टा ओढ़ा हुआ था. दरअसल, गौतम गंभीर ‘हिजड़ा हब्बा’ के सातवें एडिशन के उद्घाटन करने पहुंचे थे, जो शेमारी सोसायटी ने ऑरगनाइज किया था. जब गौतम यहां पहुंचे तो इन्हीं लोगों की तरह ड्रेसअप हुए. और इस तरह ड्रेसअप में गौतम गंभीर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. जिसकी लोगों ने काफी तारीफ भी की.
गौतम गंभीर का मानना है, ‘ट्रांसजेंडर को भेदभाव का सामना करना पड़ता है और अक्सर वे हिंसा का भी शिकार होते हैं.’ उन्होंने कहा, इन लोगों को अपने से अलग या कुछ भी समझने से पहले हमें सिर्फ इतना याद रखना चाहिए कि ये भी सबसे पहले इंसान हैं.
शानदार रहा है गंभीर का क्रिकेट करियर
एक वक्त ऐसा था, जब उनके बिना भारत की क्रिकेट टीम की कल्पना भी मुश्किल थी. इसका कारण था, उनका लाजवाब बल्लेबाजी प्रदर्शन. 2003 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करिअर की शुरुआत करने वाले गौतम गंभीर सभी प्रारूपों में कुल 242 मैच खेले. इसमें उन्होंने 10324 रन बनाए. लेकिन एक समय ऐसा आया जब गंभीर अपने करिअर के बेहतरीन फॉर्म में थे. ये समय था जुलाई 2008 से जनवरी 2010 का. इस दौरान गौतम ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी-20) की 78 पारियों में 3384 रन बनाए. इस 18 महीने के दौरान गौतम ने 9 शतक और 19 अर्धशतक जमाए. इसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में बनाया.
दो वर्ल्डकप के फाइनल में शानदार बल्लेबाजी
दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी-20 वर्ल्डकप में अगर भारत ने खिताबी जीत दर्ज की तो इसके पीछे बड़ा कारण गौतम गंभीर की बल्लेबाजी भी रही. उन्होंने इस टूर्नामेंट में 3 अर्धशतक लगाए. इसमें फाइनल में पाकिस्तान के विरुद्ध खेली गई 75 रनों की पारी भी शामिल है. इसके अलावा 2011 के वर्ल्डकप फाइनल में भी उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सबसे बड़ी पारी खेली. इस मैच में उन्होंने 97 रनों की पारी खेली.
यह खास रिकॉर्ड है गंभीर का
गौतम गंभीर केवल एक भारतीय और चार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में से एक है जिन्होंने लगातार पांच टेस्ट मैचों में शतक लगाया है. वह लगातार चार टेस्ट सीरीज में 300 से ज्यादा रन बनाने वाले वे एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं. अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें वर्ष 2008 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया गया था.