नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है. ताजा बयान पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर का आया है. एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी हिंदू ये नहीं चाहेगा कि मस्जिद का ढांचा गिराकर राम मंदिर बने. दरअसल, रविवार को चेन्नई में चल रहे द हिंदू लिटरेचर फेस्टिवल में उन्होंने ये बयान दिया. थरूर के इस बयान पर सुब्रमण्यम स्वामी ने पलटवार किया है.
शशि थरूर ने यहां कृष्णगोपाल गांधी के साथ चर्चा में कहा, ”कोई भी हिंदू ये नहीं चाहेगा कि किसी दूसरे धर्म के ढांचे को गिराकर उसी स्थान पर राम मंदिर बनाया जाए.” थरूर ने इस कार्यक्रम में राम मंदिर के अलावा भी कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने यहां MeToo का समर्थन भी किया और सामने आ रहे मामलों पर कार्रवाई की बात की.
शशि थरूर के इस बयान पर अब सुब्रमण्यम स्वामी ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ”उनके (थरूर) के खिलाफ चार्जशीट है, अब हम ऐसे व्यक्ति के बयान पर क्या ही कहें, वो नीच आदमी है.”
गौरतलब है कि बीते दिनों में राम मंदिर का मुद्दा भारतीय राजनीति के केंद्र में आया है. एक ओर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई भी 29 अक्टूबर से रोजाना शुरू होने वाली है.
राज्यपालों को ज्ञापन सौंपेगी VHP
दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये जागरूकता फैलाने एवं जनमत तैयार करने के लिये परिषद इस सप्ताह से देश के हर राज्य के राज्यपाल को ज्ञापन देगी और संसद में कानून बनाने के लिये नवंबर में सांसदों पर दबाव बनायेगी.
विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष ने कहा कि राम मंदिर का चुनाव से कोई संबंध नहीं है बल्कि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा विषय है. सभी कानूनी बाधाओं को दूर करते हुए राम मंदिर का जल्द से जल्द निर्माण होना चाहिए.