मुंबई। भारतीय टीम अगले महीने जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर होगी, तब मेजबान टीम अपने स्टार खिलाड़ी डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ के बिना मैदान पर उतरेगी. इसके बावजूद भारतीय टीम के लिए यह दौरा आसान नहीं होगा. तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार कहते हैं कि कोई भी विदेशी दौरा आसान नहीं होता. उन्होंने कहा, ‘कोई भी दौरा आसान नहीं होता. लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरा चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि जब आप अपने देश के बाहर खेलते हो तो आपको कुछ निश्चित परिस्थितियों के अनुरूप ढलने की जरूरत पड़ती है. गेंदबाजों के लिए यह आसान नहीं होता क्योंकि इन दिनों गेंद में ज्यादा मूवमेंट नहीं होता.’
ऑस्ट्रेलिया को स्मिथ और वार्नर की सेवाएं नहीं मिलेंगी. इन दोनों पर दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के लिए एक साल का प्रतिबंध लगा हुआ है. इनकी अनुपस्थिति से मेजबान टीम पर पड़ने वाले असर के बारे में भुवनेश्वर ने कहा, ‘मैं यह नहीं कह सकता कि हम उन पर भारी पड़ेंगे. उनके पास दो बल्लेबाज (स्मिथ और वार्नर) नहीं है, जिन्होंने टीम के लिए पिछले कई वर्षों शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन उनकी टीम में उनके स्थान पर अन्य बल्लेबाज हैं और ऐसा नहीं है कि वे अच्छे नहीं है.’
उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने कहा, ‘ऑस्ट्रिलयाई क्रिकेटरों के लिए घरेलू परिस्थतियां होंगी. हमारे लिए कहूं तो अगर दो खिलाड़ी (स्मिथ और वार्नर) टीम में होते हैं तो यह चुनौती होगी और अगर वे टीम में नहीं हैं तो भी यह एक चुनौती होगी.’ उन्होंने कहा, ‘अगर यह आसान होता तो हम बीते समय में भी हमेशा वहां सीरीज अपने नाम करते.यह आसान नहीं होगा. वहां अभ्यास मैचों में हमारी तैयारी भी मायने रखेगी.’ भारतीय टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएगी. इसमें पहला टेस्ट मैच एडिलेड में छह दिसंबर से शुरू होगा.
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले दो वनडे के लिए भुवनेश्वर को आराम दिया गया है. भुवनेश्वर ने 92 वनडे और 21 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने टीम प्रबंधन की रोटेशन नीति की प्रशंसा की.उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से तेज गेंदबाजों को रोटेशन नीति के तहत आराम दिया जाता है और इस दौरान दूसरों को मौका मिलता है, यह अच्छा है क्योंकि इससे शरीर तरोताजा रहता है.’ भुवनेश्वर ने ब्रेक की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘जब आप लंबे दौरे पर खेलते हो तो आपको ब्रेक की जरूरत होती है. आप मानसिक रूप से थके होते हो.’