नई दिल्ली। सीबीआई के टॉप अधिकारियों के बीच उठे विवाद के तार सीधे तौर पर मांस कारोबारी मोइन कुरैशी से जुड़ रहे हैं. ऐसा इसलिए सीबीआई में नंबर दो की हैसियत रखने वाले विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर आरोप है कि उन्होंने मोइन कुरैशी के करीबी कारोबारी सतीश सना को राहत पहुंचाने के लिए तीन करोड़ की रिश्वत ली. इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.
इसके उलट राकेश अस्थाना ने इसी मामले में सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने सना से दो करोड़ की रिश्वत ली. अस्थाना ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) को भेजी अपनी शिकायत में वर्मा और उनकी टीम के खिलाफ इसके साथ-साथ 10 आरोप लगाए हैं. दरअसल मोइन कुरैशी से संबंधों को लेकर ही सतीश सना से सीबीआई पूछताछ कर रही थी. इसी मामले में सतीश सना का दावा है कि उसने अपने खिलाफ जांच रोकने के लिए कथित रूप से तीन करोड़ की रिश्वत दी.
2015 में मांस कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक मामले में पहली बार सतीश सना का नाम उनके करीबी के रूप में सामने आया था. उस मामले की जांच राकेश अस्थाना की टीम ने की थी. इसी मामले में सतीश ने कथित रूप से दावा किया है कि उसने जांच से राहत पाने के लिए कथित रूप से रिश्वत दी.
सतीश सना हैदराबाद का कारोबारी है. उसने अपने करियर की शुरुआत आंध्र प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारी के तौर पर शुरू की थी लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर कई कंपनियां बनाईं. उसके कई दलों के राजनेताओं और कारोबारियों से घनिष्ठ संबंध माने जाते हैं.
ऐसे में इन सारी कडि़यों को यदि एक सूत्र में पिरोया जाए तो पूरे मामले में मोइन कुरैशी का नाम प्रमुखता से उभर कर आता है. इस लिहाज से सबसे बड़ा सवाल उठता है कि कौन हैं मोइन कुरैशी?
मोइन कुरैशी
यूपी के रामपुर से ताल्लुक रखने वाले मोइन कुरैशी ने दून स्कूल और सेंट स्टीफेंस से पढ़ाई की. उसके बाद रामपुर में बूचड़खाना खोला और देखते ही देखते देश के सबसे बड़े मांस निर्यातक कारोबारी बन गए. 2014 में उनका नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया जब आयकर विभाग ने दिल्ली, रामपुर समेत उनकी प्रॉपर्टीज पर छापे मारे. उस दौर में उन पर कांग्रेस के बड़े नेताओं से घनिष्ठ संबंधों के भी आरोप लगे.
इन सबके बीच उन पर ये भी आरोप लगे कि सीबीआई के पूर्व प्रमुखों एपी सिंह और रंजीत सिन्हा से भी उनके करीबी संबंध थे. इस कड़ी में पिछले साल मोइन कुरैशी का सहयोग करने के लिए सीबीआई ने अपने पूर्व प्रमुख एपी सिंह पर केस भी दर्ज किया. कुरैशी पर टैक्स धोखाधड़ी, मनी लांड्रिंग और धन के हेर-फेर के कई मामले उनके खिलाफ चल रहे हैं. कहा जाता है कि 2011 में उनकी बेटी की शादी में पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान को गाने के लिए बुलाया गया था. वह मामला भी इसलिए सुर्खियों में आ गया था क्योंकि उनको वापसी के वक्त राजस्व खुफिया महानिदेशालय ने रोक लिया था.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक रामपुर में मोइन कुरैशी के वालिद मुंशी माजिद कुरैशी के नाम पर एक मशहूर इलाका है. उस एरिया का नाम कोठी मुंशी मजीद है. मुंशी मजीद के बारे में कहा जाता है कि नवाबी दौर में उन्होंने अफीम के कारोबार में बहुत पैसा कमाया और उसके बाद धीरे-धीरे दूसरे बिजनेस शुरू किए. इस रिपोर्ट के मुताबिक नवाबी दौर में रुहेलखंड अंचल में अफीम का कारोबार बड़े पैमाने पर हुआ करता था.