सरकार पर खड़े हुए संकट के बीच शिवसेना ने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है और आज शाम 5 बजे मीटिंग बुलाई गई है। इस बीच एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की इस व्हिप पर ही सवाल उठाते हुए पार्टी पर दावा ठोक दिया है। उन्होंने ट्ववीट कर एक तरह से पार्टी पर ही दावा किया है और व्हिप की वैधता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मराठी में ट्वीट करते हुए कहा, ‘शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। इसकी वजह यह है कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के संबंध में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य है।’
शिवसेना विधिमंडळ मुख्य प्रतोद पदी शिवसेना आमदार श्री.भरत गोगावले यांची नियुक्ती करण्यात आली आहे. सबब, श्री.सुनील प्रभू यांनी आजच्या आमदारांच्या बैठकीबद्दल काढलेले आदेश कायदेशीरदृष्ट्या अवैध आहेत.
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 22, 2022
अब तक सरकार बचाने की ही कवायद में जुटी शिवसेना के लिए यह बड़ा झटका होगा। 5 दशक से ज्यादा पुरानी पार्टी में यह अब तक की सबसे बड़ी टूट होगी। इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ था। छगन भुजबल, राज ठाकरे और नारायण राणे जैसे दिग्गज नेता भी शिवसेना को इतना बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा सके थे। इस बीच खबर है कि गुवाहाटी में 6 दिन पहले ही विधायकों के ठहरने के लिए होटल बुक किया गया था। गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने इससे पहले मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमारे पास 46 विधायकों का समर्थन है। इनमें अकेले 37 से ज्यादा विधायक शिवसेना के ही हैं।
बता दें कि शिवसेना की ओर से व्हिप जारी कर आज शाम को पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जो नेता नहीं आएंगे, उन्हें लेकर यह माना जाएगा कि वह शिवसेना के सदस्य नहीं हैं। इस बीच एकनाथ शिंदे गुट का भी कहना है कि उनकी गुवाहाटी में मीटिंग होने जा रही है।