22 वर्षों के बाद बिहार की क्रिकेट टीम रणजी ट्रॉफी खेल रही है. बुधवार को पटना के मोइनुल-हक स्टेडियम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मैच का उद्घाटन किया. इस स्टेडियम में चार मैच होंगे. बिहार की टीम चार अलग-अलग टीमों से भिड़ेगी. इसी साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को फिर से मान्यता दी थी. इसके बाद बिहार की टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी खेलना शुरू किया. अब बिहार की टीम रणजी ट्रॉफी खेल रही है.
आशुतोष अमन (89) और विवेक मोहन (72) के अर्धशतकों की मदद से बिहार ने रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच के पहले दिन बुधवार को सिक्किम के खिलाफ अपनी पहली पारी में 288 रन का स्कोर बनाया. अमन ने 155 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का जबकि मोहन ने 141 गेंदों पर नौ चौके और एक छक्का लगाए. उनके अलावा विकास रंजन ने 28, कुमार रजनीश ने 18 और कप्तान बाबुल कुमार ने 16 रन बनाए.
बुधवार को उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मैच का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ बिहार के कला संस्कृति और खेल मंत्री केके ऋषि भी मौजूद रहे. मुकाबला शुरू होने से पहले दोनों टीमों ने जमकर प्रैक्टिस की.
1996 में खेला गया था यहां आखिरी मैच
पटना के मोइनुलहक स्टेडियम में आखिरी बार जिम्बाब्वे और कीनिया का के बीच मैच खेला गया था. 1996 के विश्व कप के दौरान दोनों टीम के बीच यह मुकाबला हुआ था. चोट की वजह से प्रज्ञान ओझा यह मैच नहीं खेल रहे हैं. भारत के लिए क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेल चुके ओझा बिहार के कप्तान बनाए गए थे, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में बाबुल कुमार टीम की कमान संभाल रहे हैं.