चंडीगढ़। पंजाब के तीन मंत्रियों ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर राज्य मंत्रिमंडल से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की शनिवार को मांग की. यह सारा विवाद करतारपुर गलियारे के शिलान्यास कार्यक्रम में शरीक होने के लिए सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा से पैदा हुआ है.
यह विवाद तब और गहरा गया जब सिद्धू ने ट्वीट किया,‘तथ्यों को तोड़-मरोड कर पेश करने से पहले आप तथ्यों को सही कर लें. राहुल गांधी जी ने मुझसे पाकिस्तान जाने को कभी नहीं कहा. पूरी दुनिया जानती है कि मैं (पाकिस्तानी)प्रधानमंत्री इमरान खान के निजी न्यौते पर पाकिस्तान गया.’
एक दिन पहले हैदराबाद में सिद्धू से जब संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री की मंजूरी के बगैर पाकिस्तान जाने के बारे में पूछा था, तब उन्होंने कहा, उन्होंने वहां कहा था,‘राहुल गांधी मेरे ‘कप्तान’ हैं. उन्होंने ही मुझे पाकिस्तान भेजा. राहुल गांधी कैप्टन (अमरिंदर सिंह) के भी कैप्टन हैं.’ इस पर पंजाब के मंत्रियों ने कहा है कि यदि सिद्धू अमरिंदर सिंह को अपना कैप्टन नहीं समझते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री की टीम छोड़ देनी चाहिए.
हैदराबाद में दिए गए बयान को लेकर सिद्धू पर ग्रामीण एवं विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने प्रहार किया है.
सोढ़ी ने कहा कि इस मुद्दे पर अन्य मंत्री भी अमरिंदर सिंह के साथ हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने जिन मंत्रियों से बातचीत की, वे अरुणा चौधरी एवं साधु सिंह धरमसोत हैं. हम सभी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं.’
सूत्रों ने कहा है कि सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह मुद्दा उठने की संभावना है.
‘सिद्धू को मुख्यमंत्री से माफी मांगनी चाहिए’
बाजवा ने कहा, ‘अगर वह कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना कप्तान नहीं मानते तो उन्हें नैतिक आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए और राहुल गांधी उन्हें जो भी काम कहें, वही करना चाहिए.’ मंत्री ने मांग की कि सिद्धू को मुख्यमंत्री से माफी मांगनी चाहिए. बाजवा ने कहा, ‘‘उन्हें कैप्टन साहब को पंजाब में अपने नेता के तौर पर स्वीकार करना होगा.’’
सरकारिया ने सिद्धू की भाषा को ‘आपत्तिजनक’ देते हुए कहा,‘राहुल गांधी हमारे नेता हैं और वह हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. पंजाब में सरकार के नेतृत्व कर्ता अमरिंदर सिंह हैं जो राज्य के हमारे कैप्टन हैं और हम सभी उनके नेतृत्व में टीम की तरह काम करते हैं. यदि सिद्धू या किसी अन्य को इससे समस्या है और वह उनके नेतृत्व में काम नहीं कर सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.’