भारत ने ऑस्ट्रेलिया से पहला टेस्ट जीतकर इतिहास रच दिया है. उसने ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट पहली बार जीता है. जबकि, एडिलेड में यह उसकी सिर्फ दूसरी जीत है. भारतीय टीम ने इस मैदान पर इससे पहले सिर्फ एक मैच जीता था. उसने सौरव गांगुली की कप्तानी में 2003 में चार विकेट से हराया था. भारत की इन जीत में गजब की समानता है. तब जीत की हीरो टीम की दीवार राहुल द्रविड़ थे. जबकि, आज (सोमवार, 10 दिसंबर) की जीत के हीरो द्रविड़ की ही जगह लेने वाले चेतेश्वर पुजारा रहे. यह सिर्फ दूसरा मौका है, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ली है. पहली बार (2003) भी एडिलेड की जीत ने ही भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई थी.
भारत ने 6 से 10 दिसंबर के बीच खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया को 31 रन से हराया. भारत ने पहली पारी में 250 और दूसरी पारी में 307 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 235 और दूसरी पारी में 291 रन बनाए. साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग की थी. तब उसने पहली पारी में 556 और दूसरी पारी में 196 रन बनाए थे. भारत ने इसके जवाब में पहली पारी में 523 और दूसरी पारी में 6 विकेट पर 233 रन बना लिए थे. इस मैदान पर सिर्फ तीन टीमें 200 से बड़ा स्कोर हासिल कर सकी हैं. इनमें भारत भी शामिल है. दोनों मैचों की समानताएं…
1. द्रविड़ और पुजारा दोनों पारियों में टॉप स्कोरर
साल 2018 में खेले गए मैच राहुल द्रविड़ ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 233 और दूसरी पारी में 72 (नाबाद) रन बनाए थे. वे दोनों ही पारियों में टॉप स्कोरर रहे थे. इस बार दोनों पारियों में तीसरे नंबर पर खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा ही टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने पहली पारी में 123 और 71 रन बनाए. तब राहुल द्रविड़ प्लेयर ऑफ द मैच थे. इस बार चेतेश्वर पुजारा मैन ऑफ द मैच बने.
2. लक्ष्मण और रहाणे दूसरे टॉप स्कोरर
2018 के मैच में राहुल द्रविड़ के बाद दूसरे सबसे अहम बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण साबित हुए थे. उन्होंने पहली पारी में 148 और दूसरी पारी में 32 रन बनाए थे. वे पहली पारी के दूसरे टॉप स्कोरर थे. इस मैच में टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट अजिंक्य रहाणे ने 11 और 70 रन की पारियां खेलीं. वे दूसरी पारी में टॉप स्कोरर रहे.
3. ओपनर सहवाग और राहुल की विस्फोटक पारी
2018 के मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 47-47 रन की पारियां खेली थीं. सहवाग ने पहली पारी में 41 गेंद पर 47 रन बनाकर तेज शुरुआत दी थी. इस बार केएल राहुल ने दूसरी पारी में 67 गेंदों पर 44 रन की तेज पारी खेली, जिससे ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना. उनका कवर पर छक्का देखने लायक था.
4. सुपरस्टार सचिन और कोहली 40 रन भी नहीं बना सके
2018 में टीम के सबसे बड़े स्टार सचिन तेंदुलकर थे. लेकिन वे बड़ा स्कोर नहीं बना पाए थे. उन्होंने पहली पारी में एक और दूसरी पारी मे 34 रन बनाए थे. इस बार विराट कोहली ने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में 37 रन बनाए. इस तरह ना तो सचिन तेंदुलकर और ना ही विराट कोहली एक पारी में 40 रन बना पाए.
5. दूसरे ओपनर आकाश और विजय की धीमी-उपयोगी पारी
2018 में आकाश चोपड़ा ने पहली पारी में 44 गेंद पर 27 और दूसरी पारी में 54 गेंद पर 20 रन बनाए थे. इस बार मुरली विजय ने 53 गेंद पर 18 रन बनाए. आकाश चोपड़ा की पारी के बारे में सचिन तेंदुलकर ने लिखा है, ‘आकाश की पारी छोटी थी, लेकिन उन्होंने गेंद पुरानी करने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसका फायदा बाद के बल्लेबाजों को मिला था.’ इस बार विजय ने यही काम किया, जिसका फायदा बाकी बल्लेबाजों को मिला.
और गेंदबाजी में एक बड़ी असमानता भी…
टीम इंडिया की ओर से 2018 में अनिल कुंबले ने पहली पारी में पांच और अजित आगरकर ने दूसरी पारी में छह विकेट झटके थे. यानी, दोनों ही पारियों में एक गेंदबाज ने बाकी गेंदबाजों की अगुवाई की थी. लेकिन इस बार दोनों ही पारियों में सभी गेंदबाजों ने विकेट लिए. जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए. मोहम्मद शमी ने पहली पारी में दो और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए. इशांत शर्मा ने पहली पारी में दो और दूसरी पारी में एक विकेट लिया.