राधा कृष्ण के रहस्यमय प्रेम के अनछुए पहलुओं को उजागर करती नृत्य नाटिका ‘अंतरंगिनी’

काजल सूरी द्वारा निर्देशित और डॉ. नीलम वर्मा द्वारा लिखित नाटक का श्री राम सेंटर में हुआ मंचन

नई दिल्ली। रूबरू थिएटर ग्रुप द्वारा प्रस्तुत संगीतमय नृत्य नाटिका ‘अंतरंगिनी’ ने राधा और कृष्ण के बीच रहस्यमय प्रेम के अनछुए पहलुओं को दर्शकों के सामने उजागर किया। अंतरंगिनी का मंचन रविवार 26 मई को नई दिल्ली के मंडी हाउस स्थित श्रीराम सेंटर में हुआ। इसके माध्यम से निर्देशक काजल सूरी और लेखिका डॉ नीलम वर्मा ने राधा कृष्ण के शाश्वत प्रेम को एक अलग नजरिये से प्रस्तुत किया है। महाभारत के विनाशकारी युद्ध के बाद कृष्ण आखिरी बार अपनी अंतरांगिनी राधा से मिलने लौटे। आखिर किस बात ने कृष्ण को एक बार फिर राधा के पास आने के लिए मजबूर किया? राधा अपने कृष्ण से एक बार फिर मिलने के लिए क्यों बेचैन थी? नाटक के माध्यम से राधा कृष्ण के पुनर्मिलन के उद्देश्य और प्रासंगिकता पर विशेष फोकस किया गया। बकौल डॉ. नीलम वर्मा, इस नाटक से पता चलता है कि राधा न केवल कृष्ण की सच्ची प्रेमिका थीं, बल्कि उनकी प्रेरणा- अंतरंगिनी भी थीं! कार्यक्रम में विशेष अतिथि रूप में पद्मश्री शीला झुनझुनवाला, प्रसिद्ध गजल और गीतकार डॉ. लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, लेखिका ममता किरण उपस्थित रहीं।

इस अवसर पर नाटककार आलोचक और लेखक प्रताप सहगल, लेखिका डॉ. शशि सहगल, गीत और गजलकार नरेश शांडिल्य, वाराणसी हवाई अड्डे के पूर्व निदेशक और लेखिका आर्यमा सान्याल, नौटंकी आर्टिस्ट पद्मश्री पंडित रामदयाल शर्मा, साहित्यकार माधुरी सुबोध, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक और दिल्ली बागवानी विभाग के प्रमुख अजय कुमार कौशिक, सर्वभाषा प्रकाशन के प्रमुख केशव मोहन पांडे, लेखिका अनिता वर्मा और प्रसिद्ध सर्जन डॉ. आशीष भनोट मौजूद रहे।

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