लखनऊ। ड्यूटी से लंबे समय तक गैरहाजिर रहने वाले विभिन्न जिलों के 17 चिकित्साधिकारियों को सेवा से बर्खास्त करने के लिए गुरुवार की दोपहर निर्देश जारी किए गए हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ये निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए हैं. साथ ही तीन चिकित्साधिकारी पर अनुशासनिक कार्रवाई भी की गई है. डिप्टी सीएम का कहना है कि चिकित्सकीय सेवाओं में लापरवाही बरतने वाले किसी भी चिकित्सक या स्वास्थ्यकर्मी को क्षमा नहीं किया जाएगा. उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
इनके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आहरण, आगरा की चिकित्साधिकारी डॉ. सुनाक्षी सेठ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सब सेंटर बेतिया, सिद्धार्थनगर के चिकित्साधिकारी डॉ. रजनीश चौधरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरली छपरा, बलिया के चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल कुमार, अधीन मुख्य चिकित्साधिकारी, बलिया डॉ. जैन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कालपी, जालौनी के चिकित्साधिकारी डॉ. सत्येंद्र पुरवार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बमटापुर (बरनाहाल), मैनपुरी की चिकित्साधिकारी डॉ. अंजली वर्मा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, औछा, मैनपुरी की चिकित्साधिकारी डॉ. स्वाति कुशवाहा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मड़िहान, मिर्जापुर के चिकित्साधिकारी डॉ. अखलाक अहमद, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भोजीपुरा, बरेली की चिकित्साधिकारी डॉ. रूबी जायसवाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जसराना, फिरोजाबाद की चिकित्साधिकारी डॉ. सरिता पांडेय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हथौली, जयसिंहपुर, फिरोजाबाद के चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष मगन पर कार्रवाई की गई है.
इसके अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तीन चिकित्सकों पर अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं. इन चिकित्सकों की तैनाती से संबंधित मंडलीय अपर निदेशकों को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. इनमें जिला चिकित्सालय, झांसी के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकुल मिश्रा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर, बाराबंकी में तैनान नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. माधवी सिंह एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, बरेली के अधीन डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा शामिल हैं.