लखनऊ। विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के बाद विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए यह स्थगित कर दिया गया. सत्र में महाकुंभ को लेकर बहस होनी थी. विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह महाकुंभ पर चर्चा कर रहे थे. इससे पहले अनुपूरक बजट पर बहस होने के दौरान ही विपक्षी विधायकों ने जबरदस्त हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.
आंबेडकर के नाम पर विपक्ष करता है राजनीतिः कार्रवाई स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए वित्त मंत्री व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. कहा, विपक्ष की ही मांग थी कि महाकुंभ को लेकर चर्चा कराई जाए. हमने चर्चा शुरू भी की थी, लेकिन विपक्ष किसी भी मुद्दे पर चर्चा चाहता ही नहीं है. उसका मकसद सिर्फ हंगामा करना ही होता है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर इन दिनों विपक्ष राजनीति कर रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री ने सदन में डॉ अंबेडकर का कोई अपमान नहीं किया. जो पार्टियां अब तक उनका अपमान करती रही हैं, वही ज्यादा बोल रही हैं.
कांग्रेस ने हमेशा किया बाबा साहब का अपमानः आज विधानसभा में भी समाजवादी पार्टी के विधायक हाथों में डॉ. अंबेडकर का चित्र लेकर आए थे. लेकिन यह अंबेडकर का कितना सम्मान करते हैं. यह बताने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस पार्टी के बारे में क्या ही कहा जाए. हमेशा डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का ही काम किया. उनके खिलाफ अपने ही प्रत्याशी को चुनाव में उतारकर दो बार हरवाने में अहम भूमिका निभाई. उन्हें भारत रत्न नहीं दिया. जब 1990 में हमारे सहयोग से वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने, तब जाकर अंबेडकर को भारत रत्न मिला. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहब आंबेडकर को पूरा सम्मान दिया. उनके जन्म से लेकर परिनिर्वाण तक पंचतीर्थ स्थल बनवाए. यह समझा जा सकता है कि डॉ अंबेडकर का सम्मान कौन करता है और अपमान किसने किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि हम हमेशा जनहित की बात करते हैं. हमारी सरकार इसीलिए घाटे का बजट लाती है. क्योंकि हम कर्ज लेकर भी जनता के हितों के लिए नीतियां बनाते हैं. जनता को रोजगार उपलब्ध कराते हैं. प्रदेश का विकास करते हैं. विपक्ष सिर्फ हवा हवाई बातें करता है.