टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में पर्थ की तेज पिच पर चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरे हैं. इसमें विराट ने भुवनेश्वर कुमार की जगह उमेश यादव को तरजीह दी है. विराट को अश्विन के चोटिल हो जाने कs बाद उनका विकल्प चुनना था, लेकिन पर्थ के नए ऑप्टस मैदान पर तेज पिच के संभावना को देखते हुए विराट ने टीम में एक स्पिनर की जगह तेज गेंदबाज को तरजीह दी. विराट के इस चुनाव का पर्थ में इम्तिहान है. मैच के पहले सत्र में भारतीय गेंदबाज उतने प्रभावी नहीं दिखे हैं.
मैच के एक दिन पहले जब टीम इंडिया के 13 सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ था. तभी तय हो गया था कि रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन पर्थ टेस्ट में नहीं खेलेंगे क्योंकि उन्हें एडिलेड टेस्ट में चोट लग गई थी. अब विराट के पार अश्विन की जगह स्पिनर के तौर पर जडेजा को शामिल करने का विकल्प था जो टीम की बल्लेबाजी को भी मजबूती प्रदान कर सकते थे. लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए विराट ने तय किया कि वे पर्थ में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेंगे. इसी लिए उन्होंने उमेश यादव को चुना.
भुवनेश्वर की जगह इस वजह से तरजीह मिली उमेश को
सवाल इस बात पर उठ सकता है कि विराट ने भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव में से उमेश को तरजीह क्यों दी. इसकी वजह यह है कि सब जानते हैं कि भुवनेश्वर की स्विंग गेंदबाजी केवल नई गेंद पर भी मारक होती है, जबकि उमेश यादव रिवर्स स्विंग का फायदा भी उठा लेते हैं. इसी वजह से कई बार उमेश यादव के भुवी की जगह टीम में शामिल किया गया था और पर्थ में भी यही देखने को मिला.
पहले सत्र में नहीं मिला भारत को कोई विकेट
पर्थ में पहले सत्र में टीम इंडिया के गेंदबाज प्रभावी नहीं रहे. ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस और एरोन फिंच ने धीमी शुरुआत के बाद लंच तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर बिना किसी नुकसान के 66 रन कर दिया था जिसमें से एरोन फिंच ने 28 और मार्कस हैरिस ने 36 रन बनाए. टीम इंडिया की ओर से शमी ने फिंच और हैरिस को जरूर परेशान किया जबकि इशांत शर्मा अपनी दिशा से भटकते नजर आए.
अगर विराट टॉस जीतते तो पहले बल्लेबाजी ही चुनते
टॉस हारने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली कहा कि अगर वे टॉस जीतते तो वे भी पहले बल्लेबाजी करना ही पसंद करते. इससे पहले चर्चा थी कि पर्थ के इस नए ऑप्टस मैदान की पिच वाका की ही तरह तेज पिच होगी. विराट कोहली ने भी पिच की तेजी पर खुशी जताई थी. कोहली ने टॉस हारने के बाद कहा के वे भी बल्लेबाजी ही करते अगर टॉस जीतते. पहले दिन इस विकेट पर गेंदबाजी करना बुरा नहीं है, जहां काफी घास है. हम जो भी करने जा रहे हैं, उससे खुश हैं. मैने देखा है कि यहां हुए एक वनडे में गेंदबाजों के लिए काफी कुछ था. गेंदबाजी टीम होने के नाते इस बात से काफी उत्साहित हूं. हम कोशिश करेंगे कि गेंद से कुछ बढ़िया निकाल सकें. यह पहला टेस्ट हैं यहां, लेकिन हमारे लिए एक और टेस्ट ही है. हम संतुष्ट नहीं हैं. हमें दूसरी जीत के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. हम पिछले मैच का केवल विश्वास लेकर आए हैं स्कोरलाइन नहीं.”