बुलंदशहर। बुलंदशहर हिंसा के दौरान हुई गौकशी की घटना के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. गोकशों ने बताया कि पहले वो डबल बैरल लाइसेंसी बन्दूक से गाय को मारते थे और बाद में उसे हलाल करते थे फिर उसे आपस में बांट लेते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाइसेंसी बंदूक, एक गड़ासा, दो चाकू और एक कार बरामद की है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नदीम, रईस और काला नामक तीन लोगों को गोकशी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से एक गाड़ी और लाइसेंसी हथियार भी बरामद हुआ है.
वहीं सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन मामले के मुख्य आरोपी योगोश राज और शिखर अग्रवाल अब भी पुलिस के हाथ नहीं आए हैं. कुछ दिनों पहले योगोश राज और शिखर अग्रवाल ने दोनों ने वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बताया था.
उत्तर पदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बुलंदशहर जिले के स्याना थानाक्षेत्र में हुई हिंसा के सिलसिले में दो वांछित आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सचिन उर्फ कोबरा और जानी चौधरी तीन दिसंबर को स्याना में हुई हिंसा के सिलसिले में वांछित थे. प्रवक्ता ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ नोएडा की टीम ने सचिन और जानी को स्याना थानाक्षेत्र के गठिया बादशाहपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया.
बता दें कि बीते 3 दिसंबर को स्याना कोतवाली क्षेत्र के चिंगरावठी इलाके में कथित गोकशी के मामले को लेकर भीड़ से संघर्ष में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह शहीद हो गए थे. इसके अलावा सुमित नामक एक युवक की भी मौत हो गई थी. इस मामले में जितेंद्र समेत 27 नामजद और 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इनमें से अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि एक मुख्य आरोपी विशाल त्यागी ने सोमवार शाम को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया. मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश त्यागी और शिखर अग्रवाल अभी भी फरार चल रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
बीती 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के एक खेत में गोकशी की आशंका के बाद बवाल शुरू हुआ था. जिसकी शिकायत मिलने पर सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे. इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही थी, इतने में ही तीन गांव से करीब 400 लोगों की भीड़ ट्रैक्टर-ट्राली में कथित गोवंश के अवशेष भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास पहुंच गई और जाम लगा दिया. इसके बाद भीड़ ने हाइवे जाम कर दिया. इसी दौरान भीड़ जब उग्र हुई तो पुलिस ने काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े और जल्द ही वहां फायरिंग भी होने लगी. जिसमें सुबोध कुमार घायल हो गए और एक युवक भी जख्मी हो गया. सुबोध कुमार को अस्पताल ले जाने से रोका गया और उनकी कार पर जमकर पथराव भी किया गया.