मुंबई। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को किसानों से कहा कि अगर मंत्री उनकी पीड़ा नहीं सुनते हैं तो उन पर प्याज फेंके. मनसे प्रमुख ने प्याज उत्पादन के एक बड़े स्थल, महाराष्ट्र में नासिक जिले के कलवान में प्याज किसानों को संबोधित करते हुये यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मंत्री आपकी बात नहीं सुनते हैं या आपकी मांग पूरा नहीं करते हैं तो उन पर प्याज फेंके.’’
जिले का एक किसान हाल ही में उस समय खबरों में आ गया था जब प्याज की बिक्री से मिली कम राशि उसने विरोध के तौर पर प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी थी. हालांकि महाराष्ट्र के नासिक जिले के किसान संजय साठे द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय को भेजे गए मनीऑर्डर को पीएमओ ने लेने से इनकार कर दिया.
संजय को मनीऑर्डर वापस भेजते हुए पीएमओ कार्यालय की ओर से कहा गया है कि वह किसी भी तरह मनीऑर्डर स्वीकार नहीं करते हैं, अगर उन्हें पैसे भेजने ही हैं तो वह आरटीजीएस या फिर अन्य ऑनलाईन ट्रान्सफर प्रणाली के जरिए पैसे भेजे.
मनीऑर्डर आने से हैं आहत
पीएमओ कार्यलाय की ओर से मनीऑर्डर स्वीकार न किए जाने से साठे काफी आहत हैं. साठे पैसे लौटाए जाने से ज्यादा इस बात से परेशान है कि पीएमओ कार्यालय ने उन्हें ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने का विकल्प दिया. साठे का कहना है कि जब मैंने पैसे भेजे तो लगा था की शायद कुछ हो जाएगा. मेरी जांच भी इन लोगों ने की लेकिन अब मेरे पैसे मुझे वापस दिए गए है. यह कहकर कि पीएम ऑफिस ऐसे मनीऑर्डरवाले पैसे नहीं लेता. अब क्या करें समझ में नहीं आ रहा है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि महाराष्ट्र के नासिक जिले के किसान संजय साठे के धैर्य का बांध उस समय टूटा था, जब उन्हे अपने 6 क्विंटल प्याज के लिए सिर्फ 1008 रुपये मिले थे. इन पैसों में उन्होंने अपनी ओर से 52 रुपये और जोड़कर 1064 रुपये की राशि पीएमओ कार्यलाय को मनीऑर्डर कर दी थी.
नहीं मिले थे फसल के पूरे पैसे
साठे ने कहा था कि ‘मैंने इस सीजन में 750 किलो प्याज उगाई. लेकिन, पिछले हफ्ते थोक बाजार में एक रुपए प्रति किलोग्राम का भाव लगाया गया. आखिर में 1.40 रुपए प्रति किलो पर सौदा कर पाया. इससे 1064 रुपए मिले.’ साठे ने कहा, ‘चार महीने की मेहनत का इतना कम भाव मिलना दुखद है. इसलिए 1,064 रकम पीएमओ के आपदा राहत कोष में दान कर दी. वह राशि मनी-ऑर्डर से भेजने के लिए 54 रुपए अलग से देने पड़े.’