जब से आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को मुआवजा भुगतान करने के लिए कहा है पाकिस्तान में मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस आदेश से आलोचनाओं में घिरे नजम सेठी की सफाई के बाद पूर्व पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने नजम सेठी पर आरोप लगाए हैं. खान ने सेठी को ही पाकिस्तान को हुए आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
आईसीसी के विवाद निवारण पैनल ने पाकिस्तान को बीसीसीआई द्वारा मांगे गए हर्जाने का 60 प्रतिशत भुगतान करने का आदेश दिया था. इस आदेश से पीसीबी के तत्कालीन अध्यक्ष नजम सेठी आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे जिस पर उन्होंने सफाई दी भी दी थी. शहरयार खान ने आईसीसी विवाद निपटान समिति द्वारा बीसीसीआई के खिलाफ पीसीबी के मुआवजे के दावे को खारिज किये जाने से हुए आर्थिक नुकसान के लिए उनके बाद अध्यक्ष बने नजम सेठी को जिम्मेदार ठहराया है.
शहरयार ने रखा अपना पक्ष
शहरयार ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘मैं हमेशा भारतीय बोर्ड के अधिकारियों से लगातार बातचीत के पक्ष में था. मैने आईसीसी के आला हुक्मरानों से भी बात की थी. सेठी अध्यक्ष बनने के बाद आईसीसी समिति के सामने दावा ठोकना चाहते थे और उन्हें इसकी मंजूरी भी मिल गई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बोर्ड को जो भी आर्थिक नुकसान हुआ है, उसके लिए सेठी जिम्मेदार हैं.’’
सेठी ने झाड़ा था ऐसे अपना पल्ला
नजम सेठी पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष बने. आईसीसी ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं होने पर भारत के खिलाफ पीसीबी के मुआवजे के दावे को खारिज कर दिया था. सेठी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए ट्विटर पर लिखा कि गवर्नर्स बोर्ड ने मुआवजे का दावा ठोकने को मंजूरी दी थी. शहरयार ने हालांकि कहा कि सेठी ने उन्हें इस बात के लिए मनाया कि वे कानूनी खर्च का बजट पास करके यह मामला आईसीसी के सामने रखें.
यह दावा किया था पीसीबी ने
पीसीबी ने द्विपक्षीय क्रिकेट को लेकर हुए समझौते का सम्मान नहीं करने पर बीसीसीआई के खिलाफ मुआवजे का दावा किया था जिसे आईसीसी ने खारिज कर दिया था. अब इसके एक महीने बाद आईसीसी ने दोनों बोर्ड के लिए खर्चों का भुगतान तय कर दिया है. इस मामले में अब बीसीसीआई के खिलाफ मुआवजा मामला दायर करने के लिए आलोचना झेल रहे नजम सेठी ने कहा था कि राष्ट्रीय संस्था के गवर्नर्स बोर्ड ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया था.
12 लाख डॉलर के भुगतान का आदेश
आईसीसी विवाद निवारण समिति ने बुधवार को पाकिस्तान को बीसीसीआई को लगभग 12 लाख डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया. आईसीसी ने इससे पहले पीसीबी के मुआवजे दावे को नामंजूर कर दिया था. पीसीबी ने बीसीसीआई पर आरोप लगाया था कि उसने 2015 से 2023 तक छह द्विपक्षीय सीरीज खेलने से संबंधित समझौता ज्ञापन का सम्मान नहीं किया. उसने बीसीसीआई से 447 करोड़ रुपये मुआवजे के दावे की मांग की. आईसीसी ने अपने फैसले में कहा था, “पैनल पीसीबी को हर्जाने तथा प्रशासनिक खर्च और पैनल के खर्चों का 60 प्रतिशत बीसीसीआई को भुगतान करने का आदेश देता है. “पैनल का यह फैसला बाध्यकारी है.