भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को मेजबान देश के प्रतिबंधित खिलाड़ियों स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर की ‘पीआर कैम्पेन’ का उदाहरण देखने को मिला. मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी के दौरान जब किसी भी वजह से रुकावट आती, तब इन दोनों द्वारा कहे गए वाक्य स्क्रीन पर दिखाई और सुनाई देते.
ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर दिन की शुरुआत बिना किसी विकेट के नुकसान के आठ रन के साथ की. ऑस्ट्रेलियाई पारी शुरू हुई और इसी बीच इशांत शर्मा ने एक नो बॉल फेंकी. वेबसाइट क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी समय एक विज्ञापन आया, जिसमें लिखा था, ‘मैं गहरे अंधकार में था.’ इशांत ने जब एरॉन फिंच को मयंक अग्रवाल के हाथों कैच कराया उसके बाद एक और विज्ञापन आया, ‘इस वक्त ने मुझे बताया कि लोग किस स्थिति से गुजरते हैं और उन्हें मुश्किल हालात से लड़ने के लिए किस बात की जरूरत होती है.’
इसके बाद इशांत शर्मा ने जसप्रीत बुमराह की गेंद पर मार्कस हैरिस का कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन भेजा. इस समय विज्ञापन आया, ‘यह सामने आने की बात है. साथ ही ईमानदार रहने और जिम्मेदारी लेने की बात है.’ रवींद्र जडेजा द्वारा उस्मान ख्वाजा को आउट करने के बाद विज्ञापन आया, ‘यहां (सदरलैंड) इस क्लब में वापस आकर अच्छा लगा. मैं प्रतिद्वंद्विता में रहना चाहता हूं. यह सिर्फ आपके और गेंदबाज के बीच की बात है.’ शॉर्न मार्श के आउट होते ही लंच-ब्रेक की घोषणा कर दी गई. इस समय विज्ञापन था, ‘मैंने निश्चित तौर पर काफी मुश्किल दिन गुजारे हैं, लेकिन आलोचना होना ठीक है.’
लंच-ब्रेक के बाद दूसरे सत्र में ट्रेविस हेड के आउट होने के बाद विज्ञापन था, ‘हर कोई गलतियां करता है. यह मसला है कि आप किस तरह से उस पर प्रतिक्रिया करते हो, यह काफी अहम है.’ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी के दौरान लगातार स्मिथ का यह बयान लगातार आता रहा. एक अन्य विज्ञापन था, ‘मैं वापसी करना चाहता हूं, पहले से बेहतर होकर.’
दरअसल, स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट इसी साल मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेले गए टेस्ट मैच में बॉल टेम्परिंग दोषी पाए गए थे. क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने इसके बाद स्मिथ और वार्नर पर एक-एक साल का प्रतिबंध लगा दिया था. बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया था जो इसी महीने समाप्त हो रहा है.