नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला में कथित तौर पर सोनिया गांधी का नाम उछलने से कांग्रेस बौखला गई है. आज कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि चौकीदार अगस्ता में भी दागदार निकला है. पीएम मोदी की सरकार ने घोटाले वाली अगस्ता कंपनी को ब्लैकलिस्ट से बाहर कर हेलिकॉप्टर बनाने का ठेका दिया और इस तरह चौकीदार चोर है का पार्ट 2 भी हमारे सामने आ गया है.
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला मामले में क्रिश्चियन मिशेल ने कथित तौर पर मिसेज गांधी का नाम लिया है. उसके बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई और पार्टी पर करारे वार किए जिसके जवाब में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी पर आरोप लगाए कि क्रिश्चियन मिशेल पर गांधी परिवार का नाम लेने का दबाव बनाकर पीएम मोदी कांग्रेस की छवि को दागदार करना चाहते हैं जबकि चौकीदार खुद दागदार है.
कांग्रेस ने लगाए बड़े आरोप
यूपीए सरकार में फरवरी 2010 में अंतराष्ट्रीय टेंडर के बाद 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर का कॉन्ट्रेक्ट अगस्ता वेस्टलैंड को मिला लेकिन मीडिया रिपोर्ट के बाद सरकार ने जांच शुरू की. 27 फरवरी 2013 को मामले को जेपीसी में भेजा और 1 जनवरी 2014 को यूपीए सरकार ने कॉन्ट्रेक्ट को रद्द कर दिया. तब तक 1620 करोड़ का भुगतान हो चुका था और 3 हेलीकॉप्टर आ चुके थे. सरकार ने कम्पनी के 23 मई 2014 को 228 मिलियन यूरो की बैंक गारंटी जब्त की. 2068 करोड़ रुपया वसूल कर लिया और तीनों हेलीकॉप्टर भी जब्त कर लिए. यानी 1620 करोड़ का भुगतान के बदले दुगना पैसा 2954 करोड़ रुपया जब्त किया. वहीं 15 फरवरी 2013 को अगस्ता को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई शुरू की जो 3 जुलाई 2014 को पूरा हुई.
मोदी सरकार आने के बाद 22 अगस्त 2014 में मोदी सरकार ने अगस्ता की ब्लैकलिस्टिंग खत्म कर दी, जबकि सीबीआई जांच चल रही है. 3 मार्च 2015 में अगस्ता को मेक इन इंडिया का हिस्सा बना लिया. 8 अक्टूबर 2015 को एफआईपीबी से ई इजाजत दिलवाकर रक्षा हेलीकॉप्टर भारत में बनाने की इजाजत दे दी. साल 2017 में 100 नौसेना हेलीकॉप्टर खरीद में हिस्सेदार बना लिया. 8 जनवरी 2018 को इटली की अदालत ने 12 हेलीकॉप्टर की बिक्री के मामले में कम्पनी के अधिकारियों को सभी आरोपों से बरी कर दिया. मोदी सरकार इस मामले में पार्टी है लेकिन उसने अपील नहीं की. ऊपरी अदालत ने भी इस फैसले पर मुहर लगाई.
राफेल के साथ साथ अगस्ता में भी चौकीदार दागदार निकला. ये चौकीदार चोर है पार्ट 2 है. अगस्ता वेस्टलैंड में मोदी सरकार ही असली दामदार है. मोदी सरकार अगस्ता की उपकारी और सहकारी है. मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को ब्लैक लिस्ट से निकालकर एफआईपीबी निवेश की इजाजत दी और इसे मेक इन इंडिया में शामिल किया. इसके बाद नौसेना के लिए 100 हेलीकॉप्टर खरीदे. वहीं अंतराष्ट्रीय अदालत में मुकदमा हारने के बाद अपील की जहमत नहीं उठाई. अब मिशेल के जरिये झूठ का शोर मचाया जा रहा है. क्रिश्चियन मिशेल की झूठी पटकथा के जरिए विपक्ष पर कीचड़ फेंकने की कोशिश कर रही है. मिशेल का इस्तेमाल किया जा रहा है.
कांग्रेस ने मोदी सरकार से 6 सवाल पूछे
- अगस्त को ब्लैक लिस्ट से क्यों हटाया?
- अगस्ता वेस्टलैंड को मेक ईन इंडिया में शामिल क्यों किया?
- FIPB से निवेश की इजाजत देकर हेलीकॉप्टर उत्पादन की इजाजत क्यों दी?
- नौसैनिक हेलीकॉप्टर की निविदा की इजाजत क्यों दी?
- अन्तराष्ट्रीय अदालत में मुकदमें क्यों हारी? अपील क्यों नहीं किया?
- मिशेल का इस्तेमाल खुद के घोटाले छुपाने के लिए क्यों कर रहे हैं?
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए कहा कि पीएम मोदी अगस्ता के सहकारी है और अपनी सांठगांठ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा कि अगस्ता कंपनी को ब्लैक लिस्ट से बाहर क्यों किया और ऐसी कंपनी जिसका घोटाले में नाम आ रहा था तो उसको ब्लैकलिस्ट से निकालने के पीछे मोदी सरकार के किया छिपे हुए हित थे, इसका खुलासा करना चाहिए.
कांग्रेस ने ये भी कहा की अभी तो मोदी जी बच जाएंगे क्योंकि ईडी उनके हाथ में है लेकिन 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने पर अगस्ता घोटाले की जांच होगी. कांग्रेस ने बीजेपी के लगाए सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि केन्द्र सरकार गांधी परिवार को फंसाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. ईडी इम्बैरेसिंग डिजास्टर बन गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पीएन सिंह ने भी कहा कि मिशेल पर एक परिवार का नाम लेने का दबाव है.
आज क्या हुआ
अगस्ता वेस्टलैंड केस के कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने मिशेल की ईडी रिमांड सात दिनों तक बढ़ा दी है. ईडी ने आज सात दिनों की रिमांड खत्म हो जाने के बाद मिशेल को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया था. ईडी के वकील ने कोर्ट में यह जानकारी दी है कि मिशेल ने पूछताछ में मिसेस गांधी का नाम लिया है. लेकिन किस संदर्भ में नाम लिया है? इसका पता नहीं चला है.