नई दिल्ली। अतंरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् के अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने राम मंदिर मामले में देश के हिन्दुओं का विश्वास तोड़ा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों और युवाओं के साथ भी छलावा किया है.
पीटीआई के मुताबिक गुरूवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान तोगडिया ने मोदी सरकार पर ये आरोप लगाए हैं. उनका कहना था, ‘मोदी जी मंदिर नहीं बना सकते हैं तो इस्तीफा दे दें. हमें तो देश में राम, किसानों को फसलों का दाम और युवाओं को काम देने वाली सरकार चाहिए थी इसलिये लोगों ने वोट दिया था. देश को न तो राम मिले, न किसानों को दाम मिला और न ही युवाओं को काम मिला.’
इस दौरान प्रवीण तोगड़िया ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज ही कहा है कि देश में नई शिक्षा नीति तैयार है. आरएसएस जब सरकार से शिक्षा नीति तैयार करवा सकती है तो साढे चार वर्षों में उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राम मंदिर कानून क्यों नहीं बनवाया.’
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व प्रमुख के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साढे चार वर्षो के शासन में 52 हजार किसानों ने आत्महत्याएं की और किसानों पर 12 लाख करोड़ का कर्ज चढ़ गया है. तोगड़िया ने वादे पूरा न कर पाने के लिए भाजपा को देश से माफी मांगने कहा है.
गुरूवार को प्रवीण तोगड़िया ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि उन्होंने राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला कर लिया है और उनकी इस पार्टी की लांचिग फरवरी के प्रथम सप्ताह में दिल्ली में होगी.