14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीरआपीएफ जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को यह आश्वासन दिया था कि भारतीय जवानों की शहादत का बदला लिया जाएगा. पीएम मोदी ने जो कहा, वो कर दिखाया. मंगलवार सुबह भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार कर आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. भारत ने 21 मिनट के भीतर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई लॉन्चपैड नष्ट कर दिए.
14 फरवरी को आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी लगातार पुलवामा हमले का जवाब देने की बात करते रहे. देखिए कब-कब पीएम मोदी ने पाक के खिलाफ भरी हुंकार.
15 फरवरी को पीएम मोदी ने कहा कि मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं.
15 फरवरी को पीएम ने कहा कि मैं देश को भरोसा देता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सज़ा अवश्य मिलेगी.
15 फरवरी को पीएम ने दिल्ली में T18 ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि सैनिकों में और विशेषकर CRPF में जो गुस्सा है, वो देश भी समझ रहा है. इसलिए सुरक्षाबलों को खुली छूट दी गई है.
15 फरवरी को झांसी में मोदी ने कहा कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सज़ा जरूर दी जाएगी.
पीएम ने 16 फरवरी को कहा था कि महाराष्ट्र के विदर्भ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ये संयम का समय है, संवेदनशीलता का समय है, ये शोक का समय है. लेकिन हर परिवार को मैं ये भरोसा देता हूं कि हर आंसू का जवाब लिया जाएगा.
पीएम मोदी ने 16 फरवरी को बिहार के पटना में कहा था कि भारत की ये नीति रही है कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं, लेकिन मैं फिर साफ कर दूं कि नए भारत को किसी ने छेड़ा तो वो छोड़ता भी नहीं है. हमारे बहादुर सुरक्षा बल, बंदूक चलाने वाला हो या बंदूक पकड़ाने वाला, बम दागने वाला हो या फिर बम देने वाला, किसी को चैन से सोने नहीं देंगे.
पीएम ने 18 फरवरी को अर्जेंटीना राष्ट्रपति माक्री के साथ ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अब सारी दुनिया को आतंकवाद और उसके समर्थकों के विरुद्ध एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. आतंकवादियों और उसके मानवता विरोधी समर्थकों के खिलाफ कार्यवाही से हिचकना भी आतंकवाद को बढ़ावा देना है.
19 फरवरी को काशी में मोदी ने कहा पिछले हफ्ते पुलवामा में बर्बर आतंकवादी हमला हुआ, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है. इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है.
20 फरवरी को पीएम ने सऊदी प्रिंस के साथ समझौते के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है.
24 फरवरी को मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि जवानों की यह शहादत आतंकवाद को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरंतर प्रेरित करेगी और संकल्प को और मजबूत करेग. हमलावारों को उन्हीं के भाषा में जवाब दिया जाएगा. आतंकियों के सफाए का संकल्प ले रखा है. मन की बात में पीएम ने यह भी कहा कि पुलवामा के आतंकी हमले में, वीर जवानों की शहादत के बाद देश-भर में लोगों को, और लोगों के मन में, आघात और आक्रोश है.