नई दिल्ली। लोकसभा 2019 चुनाव में यूपी के जितनी किसी राज्य को तवज्जो मिली तो वह पश्चिम बंगाल रहा. पीएम नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच जितनी सियासी बयानबाजी हुई, उतनी शायद ही किसी और से हुई हो. 2019 लोकसभा चुनाव में सभी 7 चरण की वोटिंग 19 मई को पूरी हो गई और एग्जिट पोल के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. देश के सबसे तेज और भरोसेमंद चैनल आजतक ने एक्सिस माय इंडिया के साथ देश की 543 लोकसभा सीटों पर सर्वे किया, जिसमें 7 लाख लोगों से राय ली गई.
एग्जिट पोल में पश्चिम बंगाल से बीजेपी के लिए हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. बीजेपी पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 19-23 सीट जीत सकता है. वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 19-22 सीट एग्जिट पोल में दी गई हैं. कांग्रेस 0-1 सीट जीत सकती है और सीपीएम और सीपीआई का खाता तक नहीं खुलेगा. सर्वे के मुताबिक ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी का वोट शेयर 41-41 प्रतिशत रह सकता है. यूपीए का वोट शेयर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है. सीपीएम/सीपीआई और अन्य का वोट शेयर क्रमश: 5 और 6 प्रतिशत रह सकता है.
2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को 34 सीट, भाजपा को 2 सीट, कांग्रेस को 4 सीट और सीपीएम/सीपीआई को 2 सीट मिली थी. पिछले चुनाव में टीएमसी का वोट शेयर 40 प्रतिशत, बीजेपी का 17 प्रतिशत, कांग्रेस का 10 प्रतिशत और सीपीएम/सीपीआई का 25 रहा था. अगर 2016 के विधानसभा के नतीजों को लोकसभा सीटों में कन्वर्ट किया जाए तो टीएमसी को 38, बीजेपी को 0, कांग्रेस को 4, सीपीएम/सीपीआई को 0 सीट मिलेंगी. पश्चिम बंगाल में सभी सात चरणों में मतदान हुए थे. नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे.