नई दिल्ली। तेजस्वी यादव के अज्ञातवास में चले जाने के बाद उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने कमान सभंल ली है. तेजप्रताप यादव ने चमकी बुखार में सामने आई सरकारी अव्यवस्था के खिलाफ 23 जून को राजभवन तक मार्च करने का ऐलान किया है. जाहिर है इस मुद्दे को लेकर आरजेडी ने पुतला फूंकने के अलावा कोई विरोध नहीं जताया है. ऐसे में तेजस्वी ने तेज प्रताप के अनुपस्थिति में राजभवन तक मार्च करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि यह मार्च आरजेडी छात्र करेंगे.
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने राज्य सरकार पर चमकी बुखार से निपटने में लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं. शुक्रवार को रांची जाने से पहले तेजप्रताप यादव ने कहा कि चमकी बुखार मामले में सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है और चमकी बुखार से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए. उन्होंने कहा कि सरकार को संवेदनशील तरीके से इस तरह के बड़े मामले को देखना चाहिए. अभी तक जो चीजें सामने आई हैं, उसमें सरकार पूरी तरह फेल नजर आ रही है. बता दें, तेजप्रताप ने ऐलान किया था कि चमकी बुखार में फेल सरकारी व्यवस्था को लेकर आरजेडी छात्र 23 जून को राजभवन मार्च करेंगे.
तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से अज्ञातवास में हैं. तो वहीं लालू के बड़े बेटे विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत कर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं. चाहे पार्टी के द्वारा आयोजित इफ्तार हो या फिर पार्टी का कार्यक्रम. पिता को जन्मदिवस पर बधाई देने का मौका हो या फिर चमकी बुखार पर बयान. सब की कमान तेजप्रताप ने थाम रखी है. इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव अपने पिता से आशीर्वाद लेने रांची रवाना हो गए हैं.
गौरतलब है कि इस बार के आम चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को करारी हार का सामना करना पड़ा था. वहीं एनडीए में शामिल पार्टियों ने बिहार में जीत दर्ज की थी. बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें है. इनमें से 39 सीटों पर बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की. बिहार में इस बार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी में आरजेडी ने लोकसभा चुनाव लड़ा था.