लखनऊ। शुक्रवार की रात लखनऊ में एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर की पुलिसकर्मियों द्वारा की गई हत्या के मामले में योगी सरकार निशाने पर आ गई है। यही वजह है कि केन्द्रीय नेतृत्व भी इस मुद्दे पर काफी गंभीर दिखाई दे रहा है। इस घटना के बाद योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के शीर्ष नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात में विवेक तिवारी हत्याकांड पर विस्तार से चर्चा होने की खबर है। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने योगी आदित्यनाथ को तुरंत इस मामले पर संज्ञान लेकर पीड़ित परिवार की मांगों को जल्द पूरा करने की सलाह दी है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि योगी आदित्यनाथ रविवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक और राज्य मंत्री आशुतोष टंडन ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। इस मुलाकात में पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की मांग की है। न्यूज 18 की एक खबर के अनुसार, दिल्ली में हुई बैठक में योगी आदित्यनाथ के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, संगठन सचिव सुनील बंसल, सांसद भूपेंद्र यादव, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय और जिलाध्यक्ष दिनेश शर्मा मौजूद थे। यह बैठक अमित शाह के आवास पर हुई, जो कि रात 9.30 बजे से शुरु होकर मध्य रात्रि तक चली। गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव नजदीक है और यही वजह है कि उत्तर प्रदेश जैसे अहम राज्य में भाजपा बड़ी ही सावधानी बरत रही है। पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता कि विपक्षी पार्टियां किसी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरे और राज्य में सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ कोई माहौल बने।
विवेक तिवारी हत्याकांड के अलावा इस बैठक में सरकार के कामकाज का जनता के बीच कैसे प्रचार-प्रसार किया जाए, एससी-एसटी एक्ट का प्रभाव, तीन तलाक अध्यादेश और उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है और कहा है कि यदि योगी सरकार ने इसी तरह से काम करना जारी रखा तो वह बड़े बहुमत से सत्ता में वापसी करेंगे। अखिलेश यादव ने इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग की है। बता दें कि लखनऊ में शुक्रवार की रात करीब 2 बजे अपनी सहकर्मी को उसके घर छोड़ने जा रहे विवेक तिवारी को पुलिसकर्मियों ने गाड़ी नहीं रोकने पर गोली मार दी थी। जिसके बाद इलाज के दौरान विवेक तिवारी की मौत हो गई थी।