लखनऊ। विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतक की पत्नी कल्पना तिवारी को नौकरी लखनऊ नगर निगम में नौकरी देने की घोषणा की है. हालांकि कल्पना तिवारी को किस पद पर नौकरी दी जाएगी इसका खुलासा नहीं किया गया है. सूत्रों के हवाले से ऐसी भी खबर आ रही है कि कल्पना तिवारी को पीआरओ और ओएसडी में से कोई पद देने पर मंथन चल रहा है. जैसे ही पद शासन द्वारा तय कर लिया जाएगा उसके बाद ही निगम कमिश्नर इसका ऐलान करेंगे.
लखनऊ नगर निगम के कमिश्नर इंद्रमणि त्रिपाठी ने सोमवार को मीडिया को बताया, ‘कल्पना तिवारी पोस्ट ग्रेजुएट हैं, हमने आवश्यक दस्तावेज, फोटोग्राफ और सर्टिफिकेट ले लिए है. सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है. अब हम कार्यवाही को आगे बढ़ाएंगे. उन्हें नगर निगम के किसी विभाग में नियुक्त किया जाएगा.’
She is a post-graduate.We’ve taken required certificates, photographs&documents.All formalities are done.We’ll now proceed.She’ll be appointed in one of the departments in Municipal Corporation: Indramani Tripathi, Municipal Commissioner, on job for #VivekTiwari’s wife. #Lucknowpic.twitter.com/MX6AIi1x6D
— ANI UP (@ANINewsUP) October 1, 2018
बता दें कि विवेक तिवारी के परिवार ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे. सीएम योगी से मुलाकात के बाद विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारी बातें गंभीरता से सुनीं और हमें मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा ‘राज्य सरकार पर मेरा विश्वास पहले से ही था, लेकिन अब यह विश्वास और अधिक मजबूत हो गया है.
इसके अलावा सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी विवेक तिवारी के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे थे. परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं परिवार के लोगों से मिला. वे सदमे में हैं. उन्होंने पुलिस पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया और कहा कि जब पुलिस की ही कार्यशैली ऐसी हो जाए तो क्या उम्मीद की जा सकती है.अखिलेश यादव ने कहा कि हत्या जरूर पुलिस के हाथों हुई है, लेकिन इसके लिए योगी सरकार जिम्मेदार है. सरकार इसलिए जिम्मेदार है, क्योंकि सत्ता में बैठे लोग ऐसी भाषा बोल रहे हैं. सरकार की इस सोच के चलते लगातार निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. ऐसी घटनाओं के लिए लोकतंत्र में एक ही सजा है कि सरकार को बर्खास्त कर दिया जाए.
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार जनता में भय पैदा कर रही है. इसलिए, ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने घटना को अंजाम देने वालों के साथ-साथ उसे छिपाने वालों के लिए भी सजा की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार का खजाना भरा हुआ है. इसलिए, पीड़ित परिवार को कम से कम 5 करोड़ आर्थिक मिलनी चाहिए.
योगी सरकार को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है. हर कोई खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. इस सरकार में किसी की भी जान जा सकती है. मेरी भी जा सकती है और आपकी भी जा सकती है. उन्होंने इस मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में करने की मांग की है. अखिलेश ने कहा कि मैं चाहता हूं कि कोर्ट इस मामले में दखलअंदाजी दे और जांच कराए.
आपको बता दें कि एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत शुक्रवार देर रात पुलिस की गोली से हुई. घटना के समय विवेक के साथ मौजूद उनकी सहकर्मी के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. घटना के बाद से पुलिस प्रशासन कटघरे में है.