मुंबई। सोशल मीडिया पर अभिनेत्री तनुश्री दत्ता से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे अभिनेता नाना पाटेकर से जोड़कर देखा जा रहा है. कुछ मीडिया हाउसेज ने इस वीडियो की बगैर तफ्तीश किए इसे आपको परोस तक दिया. लेकिन, जी मीडिया ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पहले अपने रिपोर्टर्स से इस वीडियो को लेकर गहरी तफ्तीश करवाई. आपको बता दें कि हमारी कई घंटों की पड़ताल में इस वीडियो का जो सच सामने आया वह पूरी तरह अलग है.
वीडियो फिल्मिस्तान स्टूडियो का है
जी मीडिया के संवाददाताओं ने वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों की पहचान कर उनसे इस वीडियो के पीछे की कहानी जानने की कोशिश की. आप शायद ये जानकर चौंक जाएंगे कि हमारी पड़ताल में ये सामने आया कि इस वीडियो का नाना पाटेकर से कोई वास्ता नहीं है. दरअसल ये वीडियो मार्च 2008 का है. और जगह थी… फिल्मिस्तान स्टूडियो, गोरेगांव वेस्ट, मुंबई.
एक निजी टीवी चैनल से जुड़ा है पूरा मामला
जी मीडिया की पड़ताल के मुताबिक फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ के सेट पर एक निजी टीवी चैनल के पत्रकार तनुश्री का इंटरव्यू लेने पहुंचे थे. वहां तनुश्री कई घंटों तक अपनी वैनिटी वैन में बैठी थीं. कई घंटों के इंतजार के बाद पत्रकारों को तनुश्री का कोई इंटरव्यू नहीं मिला, बल्कि तनुश्री के पिता और उनके सेक्रेटरी से कथित तौर पर हुई झड़प में उस निजी चैनल के कैमरा का लेंस टूट गया. इस मसले पर विवाद इतना बढ़ गया कि कैमरामैन और उस चैनल के स्टाफ ने तनुश्री की गाड़ी को नुकसान पहुंचाया. इस घटना के बाद निजी टीवी चैनल के स्टाफ और तनुश्री दत्ता दोनों गोरेगांव पुलिस स्टेशन भी गए थे.
नाना पाटेकर से नहीं है इस वीडियो का कोई संबंध, उन्होंने उस वक्त भी दी थी सफाई
न्यूज चैनल के तत्कालीन स्टाफ जो इस घटना के गवाह थे उनके मुताबिक तनुश्री और उनके बीच सुलह भी हो गई थी. जिसके तहत चैनल ने अभिनेत्री को कुछ दिनों के लिए एक महंगी कार इस्तेमाल करने को दी थी. तनुश्री ने इस चैनल से जुड़ी कंपनी के लिए एक परफॉरमेंस भी किया था. हालांकि अब 10 साल पुराना यह वीडियो अचानक वायरल हो गया है और इसे तनुश्री द्वारा नाना पाटेकर के खिलाफ लगाए आरोप के मामले से जोड़कर देखा जाने लगा है. आपको बता दें कि खुद नाना पाटेकर ने भी इस घटना के ठीक दूसरे दिन एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मामले में अपनी ओर से सफाई भी दी थी.
यह है वायरल वीडियो की असली कहानी
जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें एक व्यक्ति है जिसके हाथ में एक कैमरा भी है. वह कार तोड़ते और उसके टायरों की हवा निकालते भी वीडियो में नजर आ रहा है. वह कोई और नहीं बल्कि उस टीवी चैनल का कैमरामैन था जिसका नाम पवन भारद्वाज है. जी मीडिया ने उससे इस बारे में बातचीत की तो उसने कहा, “साल 2008 का जो वीडियो अभी वायरल हुआ है उसमें जो सच्चाई है वह दिखाया नहीं जा रहा है. मैं एक कैमरामैन और मेरे साथ अगर एक महिला रिपोर्टर जिसका नाम तेजल गुप्ता है वह जाती है और उसी बीच किसी सेलिब्रिटी के पिता उस पर हमला कर दे तो उस वक्त हम क्या कर सकते हैं. और यही चीज हमारे साथ उस दिन हुआ.
तनुश्री के पिता ने किया था एक कैमरामैन पर हमला
पवन ने 10 साल पहले घटी उस घटना के बारे में बताते हुए आगे कहा, “फिल्मीस्तान में करीबन 2:00 बजे हमें वहां बिना वजह बुलाया गया और देखते ही देखते 6:00 बज गए. वैनिटी वैन में तनुश्री दत्ता मौजूद थीं. शाम 6:00 बजे तक इंतजार करने के बाद एक हौंडा सिटी की गाड़ी रुकती है और तनुश्री उसमें बैठकर चली जाती हैं. उतने में ही मैंने अपना कैमरा रोल किया तभी तनुश्री के पिता मेरे ऊपर कूदे और मेरे कैमरे को जमीन में मार दिया. मेरे साथ जो रिपोर्टर थी तनुश्री के मेकअप आर्टिस्ट ने उसके बाल खींचकर मारा. इन सबके बाद वह गाड़ी में बैठे और वहां से निकल गए.”
चैनल के न्यूज कॉर्डिनेटर ने भी की घटना की पुष्टि
उस समय टीवी चैनल के न्यूज कॉर्डिनेटर अयूब शेख हसन ने भी इस बात की पुष्टि की. उन्होंने जी मीडिया से कहा, “हमारे कैमरापर्सन पवन का कैमरा तनुश्री के पिता ने तोड़ दिया था, जिसके बाद यह घटना हुई. दोनों तरफ से इसकी कंप्लेन पुलिस स्टेशन मे की गई थी. इस घटना का नाना पाटेकर से कोई संबंध नहीं है. बाद में आपसी सहमती से मैटर सॉल्व किया गया था.”
यह गलत वीडियो दिखाया जा रहा है
वायरल वीडियो के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “यह वीडियो कहां से वायरल हो रहा है मुझे नहीं समझ आ रहा. लेकिन, यह जो भी कर रहा है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. यह गलत वीडियो दिखाया जा रहा है. ना तनुश्री दत्ता ने आज तक मेरे बारे में कुछ बोला है और ना मैं उसके बारे में कुछ बोलना चाहूंगा. इस घटना से आधे घंटे पहले जो मेरे रिपोर्टर को मारा गया और मेरा कैमरा तोड़ा गया वह वीडियो दिखाना चाहिए.”
तनुश्री ने जारी किया एक और बयान
इस मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता की तरफ से भी एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है. तनुश्री ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि नाना, गणेश आचार्य, दीर राकेश सारंग और प्रोड्यूसर सामी सिद्दीकी ने झूठ बोला था. उनके समर्थक सेट पर और सेट के बाहर मौजूद थे; एमएनएस पार्टी जिसे भीड़ के रूप में मुझ पर हमला करने के लिए बुलाया गया था. झूठ यह था कि हमारी तरफ से किसी ने हमले को बढ़ावा देने के लिए कुछ किया था और यह कि यह विवाद हमारे और मीडिया के बीच था. यह हमले की जघन्य प्रकृति को ढंकने और न्यायसंगत साबित करने के लिए एक झूठ था. इस झूठ को अभी भी बढ़वा दिया जा रहा है. उस पर भरोसा न करें और विचलित न हों. मैं सभी को आर्काइव से पुराने फुटेज खोजने और उन्हें देखने का आग्रह करती हूं. इसके अलावा मनसे सिर्फ एक पार्टी नहीं बल्कि अल-कायदा या आईएसआईएस जैसी विचारधारा है. वे एक हिंसक विघटनकारी सांप्रदायिक, असहिष्णु विचारधारा हैं और किसी भी पेशे से कोई भी इसके प्रति वफादारी दिखा सकता है. इसलिए निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्यों की जांच करें.
यहां हम आपको वह वीडियो भी दिखा रहे हैं लेकिन यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि इस वीडियो का बॉलीवुड कलाकार नाना पाटेकर से किसी तरह का कोई संबंध नहीं है.
Here is a video footage of goons attacking #TanushreeDuttacar in 2008#NanaPatekar
— Abhi (@Nakshh_) October 1, 2018