नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के दाम और राफेल पर मचे सियासी घमासान को जनता टकटकी लगाये देख रही है. इन दो मुद्दों के दम पर विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की छवि पर जोरदार चोट की है. वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन बनाने की कवायद को झटके भी लगे हैं. यानि विपक्ष अभी भी महागठबंधन की राह देख रही है तो वहीं राफेल विवाद से मोदी सरकार वापस निकलने की कोशिश में जुटी है.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, आने वाले साल यानि साल 2019 में केंद्र और कई राज्यों के सियासी भविष्य का फैसला होना है. चाहे पक्ष हो या विपक्ष, दोनों ने रणनीतिक तैयारियां शुरू कर दी हैं. आरोप-प्रत्यारोप, वाद-विवाद, राजनीतिक दलों के बीच गठबंधन के बनने और बिगड़ने का दौर भी शुरु हो चुका है. कैलेंडर के अंकगणित से लोकसभा चुनाव में करीब छह महीने का वक्त बाकी रह गया है. ऐसे में एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ देश का मूड जानने की कोशिश की है.
यूपी- मायावती अकेले लड़ती है तो क्या होगा ?
कुल सीट- 80
एनडीए-70
कांग्रेस-2
अन्य- 8
यूपी- कांग्रेस महागठबंधन में शामिल होती है तो ?
कुल सीट- 80
एनडीए- 24
यूपीए -56
यूपी- एसपी बीएसपी साथ, कांग्रेस अलग तो क्या ?
कुल सीट- 80
एनडीए -36
कांग्रेस – 2
महागठबंधन-42
सियासी गलियारे में कहावत है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है. ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए यूपी बेहतर महत्वपूर्ण राज्य है. एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक यदि अभी चुनाव हों और यूपी में बीएसपी अकेले चुनाव लड़े तो एनडीए को 70 सीटें, यूपीए को 2 और अन्य के हिस्से 8 सीटें मिलने की संभावना है. लेकिन यदि कांग्रेस, सपा और बीएसपी के बीच गठबंधन हो जाता है तो यूपीए के हिस्से 56 सीटें और एनडीए महज 24 सीटों पर सिमट जाएगी. यदि एसपी और बीएसपी के बीच गठबंधन हो जाता है लेकिन कांग्रेस अलग लड़ती है तब एक बार फिर एनडीए को फायदा होगा. ऐसी स्थिति में एनडीए 36 और महागठबंधन 42 और कांग्रेस महज दो सीटें हासिल कर पाएंगी. अर्थात यूपीए को यदि वापसी करनी है तो यूपी में कांग्रेस, एसपी और बीएसपी के बीच गठबंधन बेहद जरूरी है. यदि एनडीए को 2014 का रिजल्ट दोहराना है तो एनडीए को एकजुट होना होगा और विपक्ष अलग-अलग लड़े.
बिहार – एलजेपी और आरएलएसपी यूपीए में गई तो ?
कुल सीट- 40
एनडीए- 22
यूपीए- 18
बिहार- अगर मौजूदा एनडीए बना रहा तो ?
कुल सीट- 40
एनडीए- 31
यूपीए- 9
अब बात बिहार की. एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक, अगर रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी यूपीए के साथ चली गई तो यूपीए और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर संभव है. यदि ऐसा सियासी समीकरण बनता है तो एनडीए को 22 और यूपीए को 18 सीटें मिल सकती हैं. लेकिन यदि मौजूदा एनडीए बना रहा तो एनडीए के हिस्से 31 और यूपीए महज 9 सीटों पर सिमट जाएगी. अर्थात यदि 2019 का सियासी समर एनडीए को जीतना है तो अपने कुनबे को बनाये रखना बेहद जरूरी है. यदि यूपीए को वापसी करनी है तो सत्ता पक्ष से जुड़े एलजेपी और आरएलएसपी को तोड़ना होगा.
एमपी
कुल सीट- 29
एनडीए- 23
यूपीए- 6
छत्तीसगढ़
कुल सीट- 11
एनडीए 9
यूपीए-2
राजस्थान
कुल सीट- 25
एनडीए -18
यूपीए- 7
बात एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की. लोकसभा चुनाव से पहले यहां विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव परिणाम भी भविष्य के गर्भ में छुपा है. इसका कितना लोकसभा चुनाव पर असर होगा यह भी भविष्य के गर्भ में है. एबीपी न्यूज और सी वोटर के सर्वे के मुताबिक यदि अभी लोकसभा चुनाव हो तो एमपी में एनडीए को 23 सीटें, यूपीए को 6, छत्तीसगढ़ में एनडीए को 9 तो यूपीए को दो सीटें, राजस्थान में एनडीए को 18 तो यूपीए को महज सात सीटें मिलेंगी. अर्थात इन राज्यों में यूपीए पर एनडीए भारी है.
महाराष्ट्र- एनसीपी, कांग्रेस एक साथ और शिवसेना अकेले तो क्या ?
कुल सीट- 48
यूपीए- 30
एनडीए- 16
शिवसेना- 2
महाराष्ट्र – एनसीपी+कांग्रेस और शिवसेना+बीजेपी तो ?
कुल सीट- 48
एनडीए- 36
यूपीए- 12
महाराष्ट्र- कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी, शिवसेना अलग लड़े तो ?
कुल सीट- 48
बीजेपी- 22
शिवसेना- 7
कांग्रेस-11
एनसीपी- 8
अब बात महाराष्ट्र की. एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र में यदि एनसीपी और कांग्रेस एक साथ और शिवसेना अकेले लड़े तो यूपीए को 30 सीटें, एनडीए को 16 सीटें और शिवसेना को दो सीटें मिल सकती हैं. लेकिन यदि एनसीपी और कांग्रेस एक साथ और शिवसेना-बीजेपी एक साथ चुनाव लड़े तो एनडीए को 36 और यूपीए महज 12 सीटों पर सिमट सकती है. अब सर्वे के मुताबिक यदि कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी, शिवसेना अलग-अलग लड़े तो बीजेपी को 22, शिवसेना को 7, कांग्रेस को 11, एनसीपी को 8 सीटें मिल सकती हैं.
ओडिशा – पीएम मोदी के जहां से लड़ने की चर्चा है वहां क्या होगा ?
कुल सीट- 21
बीजेपी-13
बीजेडी-6
कांग्रेस- 2
ओडिसा से पीएम नरेंद्र मोदी के लोकसबा चुनाव लड़ने की चर्चा है. अब ऐसे में एबीपी न्यूज -सी वोटर सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 13, नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी को 6 और कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती हैं.
पूर्वोत्तर – असम, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा
कुल सीट – 25
एनडीए- 18
यूपीए -6
अन्य- 1
एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक असम, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा में एनडीए को 18, यूपीए को 6 और अन्य के हिस्से 1 सीटें मिलने की संभावना है. अर्थात पूर्वोत्तर से एनडीए के लिए बेहद अच्छी खबर है.
पंजाब
कुल सीट- 13
यूपीए- 12
एनडीए- 1
हरियाणा
कुल सीट- 10
यूपीए- 3
एनडीए- 6
अन्य- 1
दिल्ली
एनडीए- 7
यूपीए- 0
अब बात पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की. एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक पंजाब में यूपीए के आगे एनडीए कहीं नहीं ठहरती है.
दक्षिण भारत- कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना
कुल सीट- 129
एनडीए- 21
यूपीए- 32
अन्य- 76
तेलंगाना- टीआरएस एनडीए में शामिल तो कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना
कुल सीट- 17
एनडीए- 15
यूपीए- 1
अन्य-1
आंध्र प्रदेश
कुल सीट- 25
वाईएसआर कांग्रेस- 21
टीडीपी- 4
अब दक्षिण भारत की बात करें तो कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना में वर्तमान परिवेश में चुनाव हो तो एनडीए को 21, यूपीए को 32 और अन्य को 76 सीटें मिल सकती हैं. लेकिन यदि तेलंगाना में टीआरएस एनडीए में शामिल तो तेलंगाना की कुल 17 सीटों में एनडीए को 15 और यूपीए-अन्य को 1-1 सीटें मिलने की संभावना है. आंध्र प्रदेश की कुल 25 सीटों में वाईएसआर कांग्रेस को 21 और टीडीपी को 4 सीटें मिल सकती हैं.
देश में किसे कितने वोट ?
एनडीए- 38 %
यूपीए- 25 %
2014 में
एनडीए- 40%
यूपीए- 24 %
मौजूदा एनडीए बना रहा तो एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक एनडीए को 38 प्रतिशत वोट शेयर तो यूपीए को 25 प्रतिश वोट मिल सकती हैं.
अभी चुनाव हुए तो किसे कितनी सीट ?
मौजूदा गठबंधन के हिसाब से
एनडीए- 276
यूपीए- 112
अन्य- 155
एनडीए में किसे कितनी सीट ?
एनडीए कुल- 276
बीजेपी- 248
सहयोगी- 28
यूपीए में किसे कितनी सीट ?
यूपीए कुल- 112
कांग्रेस-80
अन्य- 32
एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक अभी लोकसभा चुनाव हुए तो मौजूदा गठबंधन के हिसाब से एनडीए को 276, यूपीए को 112 और अन्य को 155 सीटें मिल सकती हैं. अर्थात एक बार फिर एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत से बन सकती है लेकिन 2014 के मुकाबले सीटें कम होती नजर आ रही हैं. सबसे अहम यह है कि एनडीए में बीजेपी को 248 सीटें और सहयोगी दलों को 28 सीटें मिल सकती हैं. वहीं यूपीए में कांग्रेस को 80 सीटें और सहयोगी दलों को 32 सीटें मिल सकती है.
पीएम की पसंद मोदी
2017- 69%
जनवरी 2018-66%
अभी- 60%
पीएम की पसंद राहुल
2017- 26%
जनवरी 2018-28%
अभी-34%
अब बात लोकप्रियता के पैमान पर कौन कहां ठहरता है. पीएम नरेंद्र मोदी अभी भी लोकप्रियता के पैमाने पर सबसे आगे हैं. लेकिन 2017 में 69 प्रतिशत लोग उनको पीएम के रूप में अपनी पसंद बता रहे थे, जनवरी 2018 में 66 प्रतिशत लोग और अभी 60 प्रतिशत लोग उन्हें पीएम के रूप में अपनी पसंद बता रहे हैं. अर्थात पीएम की लोकप्रियता में गिरावट आई है. अब बात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की करें तो उनकी लोकप्रियता धीरे धीरे बढ़ती जा रही है. 2017 में उन्हें 26 प्रतिशत लोग पीएम के रूप में अपनी पहली पसंद बता रहे थे, जनवरी 2018 में 28 प्रतिशत और अभी 34 प्रतिशत लोग उन्हें पीएम पद पर पहली पसंद बता रहे हैं.
कैसे हुआ सर्वे?
ये सर्वे अगस्त के आखिरी हफ्ते से लेकर सितंबर के आखिर हफ्ते तक किया गया है. ये सर्वे देश भर में सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया है और 32 हजार 547 लोगों की राय ली गई है.