बरेली/लखनऊ। यूपी के बरेली में हैरान कर देने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आई है जहां दो बेटों ने मिलकर अपने पिता की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों बेटों को गिरफ्तार कर चौकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने हत्या में शामिल तमंचा भी बरामद कर लिया है.
पिता अय्यास था इसलिए बेटों ने कर दिया कत्ल
11वी में पढ़ने वाले 19 साल का अंकित और 21 साल के तुलसीदास पर अपने ही पिता की हत्या का आरोप है. पुलिस की गिरफ्त में अंकित ने मीडिया से अपने पिता की करतूतों का खुलासा करते हुए बताया कि उसके पिता ने उनकी ज़िंदगी बर्बाद कर दी थी. अंकित ने बताया की उनके पास अस्सी बीघा जमीन थी जिसे उसके पिता ने अपनी अय्यासी और स्मैक के लिए बेच दिया. महज 12 बीघा जमीन बची थी उस पर भी बैंक से ढाई लाख का कर्ज ले रखा था. बचपन से आज तक बच्चों ने कभी आराम नहीं उठाया.
अंकित ने बताया कि घर पर खाने को एक दाना तक नहीं है. अंकित और उसका भाई तुलसीदास प्राइवेट जॉब करके अपना परिवार चलाते थे लेकिन उसका पिता अपने बच्चों से भी पैसे छीन लिया करता था. अपनी पत्नी से भी मारपीट करता था. परेशान होकर अंकित ने अपने भाई के साथ मिलकर पिता रामदेव की गोली मारकर हत्या कर दी.
देवी जागरण के शोर-शराबे का फायदा उठाकर कर दी पिता की हत्या
इस मामले में एसपी देहात डा. सतीश कुमार ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रामदेव की हत्या उसके दोनों बेटों ने ही की थी. दोनों बेटों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके पिता रामदेव अय्यास थे और स्मैक के आदि थे. रामदेव ने कभी अपने परिवार की तरफ ध्यान नहीं दिया. पत्नी और बच्चों के साथ रामदेव अक्सर मारपीट करता रहता था. इससे परेशान होकर दोनों भाइयों ने पिता की हत्या का प्लान बनाया लिया.
बुधवार की रात गांव में देवी जागरण था जिसका फायदा उठाते हुए भजन-कीर्तन के शोर-शराबे की बीच दोनों बेटों ने ही पिता के सीने में गोली मार दी. पुलिस से बचने के लिए दोनों बेटों ने अज्ञात हत्यारे द्वारा पिता की हत्या की कहानी गढ़ दी. पुलिस ने दोनों बेटों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो वे कई सवालों के जबाव नहीं दे सके. आखिरकार उन्होंने अपना गुनाह कुबूल कर लिया.
रामदेव की घर में मिली थी खून से लथपथ लाश
गौरतलब है कि सिरौली थाना क्षेत्र के केसरपुर गांव के रहने वाले रामदेव शर्मा बुधवार की रात घर में सो रहे थे. आधी रात में करीब तीन बजे उनकी सीने में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पूछताछ के दौरान घरवालों ने कहा कि रात में गांव में देवी जागरण चल रहा था. परिवार के लोग गहरी नींद में सो रहे थे. सुबह जागने पर उनको घटना का पता चला. इसी बात पर पुलिस का शक घरवालों पर ही गहरा गया था कि पूरे परिवार में किसी को भी गोली की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी.