पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट से जीत के बाद बीसीसीआई टीवी ने हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा की बातचीत का वीडियो शेयर किया है। हार्दिक पांड्या ने कहा कि सबसे पहले हम बहुत खुश हैं कि हम टीम को जीत दिला पाए क्योंकि यह हमारे लिए बहुत अहम जीत है। प्रेशर में हमने जिस तरह का प्रदर्शन किया, वह देखना शानदार था और जिस तरह से रविंद्र जडेजा आए और मैच को बदला।
हार्दिक का रविंद्र जडेजा से सवालः जड्डू बताइये, आपका बैटिंग ऑर्डर थोड़ा अलग था, परिस्थितियां अलग थीं और जाके जैसे आपने लेफ्ट आर्म स्पिनर पर मौके लिए, वह बहुत अहम था, क्योंकि हमारे पास बाकी राइट हैंडर्स बल्लेबाज थे, आप अपना माइंडसेट के बारे में बताइये?
जवाबः यह बहुत अहम था, क्योंकि जो मुझे बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया था, तो मैं यही सोच रहा था कि स्पिनर्स पर जितना हो सके, उतना चांस लूं, जितने भी शॉट्स खेलूंगा तो मैं बड़ा शॉट मारने को देखूंगा, हमारा पार्टनरशिप भी बहुत अहम था। जो हमने बीच में बात की अपना स्ट्रेंथ बैक करेंगे।
हार्दिक ने कहा, ‘जड्डू और मैं काफी सालों से साथ क्रिकेट खेल रहे हैं। टीम इंडिया को हमेशा से टॉप आर्डर बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन हम खुशनसीब हैं कि अब हमें मौका मिल रहा है और हम टीम के लिए कुछ कर पा रहे हैं। क्योंकि हमारा प्रोसेस सिर्फ इसके लिए नहीं है, वर्ल्ड कप आने वाला है और जितनी बार हमें मौका मिल सके। अगर फ्यूचर में इस तरह की परिस्थिति फिर से सामने आई, तो हमें यह मैच याद रहेगा।’
जवाबः सच बताऊं तो मुझे सब याद आ रहा था। मैं यहां से स्ट्रेचर पर बाहर गया था और वही ड्रेसिंग रूम था। ऐसे में ऐसा लगता है कि आपने कुछ हासिल किया है। क्योंकि जिस तरह से चीजें हुईं, उसके बाद इस तरह से मौका मिलना और टीम को जिताना। तो यह सफर बहुत सुंदर है। तो इस सफर का फल हमें मिलता है लेकिन बिहाइंड द सीन सोहम देसाई और नितिन पटेल को मैं अपने कमबैक का क्रेडिट देना चाहूंगा।
रविंद्र जडेजा का हार्दिक पांड्या से सवालः आखिरी ओवर में आपके दिमाग में क्या चल रहा था, क्योंकि मैं आउट हो गया था। हमने पहले ही बात की थी कि पहली गेंद पर छक्का मारेंगे, तो मैंच वहीं खत्म हो जाएगा। आप क्या सोच रहे थे।
जवाबः सात रन मुझे कुछ ज्यादा बड़े लग नहीं रहे थे क्योंकि लेफ्ट आर्म स्पिनर है और पांच फील्डर सर्कल के बाहर हैं, उससे मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता, अगर पांच क्या 10 फील्डर भी बाहर होते, तो मुझे तो मारना ही था। पूरे इनिंग में मैं एक ही बार थोड़ा इमोशन्स में दिखा, जब आप आउट हुए, दिमाग में सच बताऊं तो प्रेशर नहीं था। क्योंकि मेरे हिसाब से गेंदबाज को ज्यादा प्रेशर था। तो मैं इंतजार कर रहा था कि वह कोई गलती करे।
हार्दिक पांड्या ने चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट चटकाए, वहीं बल्लेबाजी के दौरान 17 गेंद पर नॉटआउट 33 रन ठोके, जिसमें विनिंग छक्का भी शामिल है। वहीं जडेजा ने 29 गेंद पर 35 रन बनाए। भारत ने 89 रनों तक चार विकेट गंवा दिए थे, लेकिन रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या ने मिलकर टीम को बढ़िया जीत दिलाई। हार्दिक को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।