बसंत पंचमी हर वर्ष हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि…
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किसान सम्मान निधि भी नहीं संवार सकी यूपी के 7 लाख किसानों का भाग्य
राजेश श्रीवास्तव भलें ही केंद्र सरकार अपनी तमाम योजनाओं के बूते यह दावा करे कि इन…
गुनाहों का देवता के बाद हिंदी साहित्य को मिली एक और कालजयी प्रेम कहानी
सर्वेश तिवारी श्रीमुख फरवरी नोट्स दुखांत प्रेम कहानियों में से एक है। तरुणाई के बने रिश्ते…
आत्मनिर्भर बनता भारत कब मनायेगा अपना नव वर्ष
राजेश श्रीवास्तव इन दिनों पूरे देश में हर तरफ नववर्ष का जश्न मनाया जा रहा है।…
बस काजी साहब ने ललकार दिया, लोगों का मूड बन गया सो मन्दिर तोड़ दिया गया…………..
सर्वेश तिवारी श्रीमुख नववर्ष की तमाम खबरों के बीच एक छोटी सी खबर यह भी थी…
भारत में काल्पनिक लोकतंत्र राहुल गांधी की दादी के कार्यकाल में था
डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत के किसानों ने विपक्षी दलों पर जबर्दस्त मेहरबानी कर दी है। छह…
अगर भारत के किसानों के जीवन में खुशहाली आयी तो दिखती क्यों नहीं
राजेश श्रीवास्तव पिछले करीब एक महीने से चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच अब यह…
नये कृषि विधेयकों में सुधार, कृषकों को देगा सेहतमंद ‘संसार’
राहुल कुमार गुप्ता मानव जीवन आगे बढ़ने का नाम है, प्रयोगों का नाम है। परिवर्तन की…
सरकार नहीं झुकेगी अन्नदाता मरे तो मरे
राजेश श्रीवास्तव इन दिनों देश में किसान आंदोलन चल रहा है। अन्नदाता जमा देने वाली ठंड…
मन की बात करने वाले पीएम क्यों नहीं समझ रहे अन्नदाता के मन की बात
राजेश श्रीवास्तव अन्नदाता सड़क पर हैं। वो नए कृषि क़ानूनों को वापस लेने की माँग कर…
मिशनरियों के षड्यंत्र से मुक्ति मांगता नेपाल
सर्वेश तिवारी श्रीमुख नेपाल में एक बार फिर राजतंत्र को स्थापित करने की मांग बढ़ रही…
हिमालय पर विचरने वाला चिरयुवा अमर योगी: सुपरस्टार रजनीकांत भी हैं जिनके शिष्य, सैकड़ों वर्षों में कुछ ही को दिया दर्शन
सुपरस्टार रजनीकांत शनिवार (दिसंबर 12, 2020) को 70 वर्ष के हो गए और इस मौके पर…
वो गुरुजी के गुरुजी थे: जिनकी वजह से डॉ. आंबेडकर की भी थी संघ से नजदीकी
आनंद कुमार पूरी संभावना है कि आपने बालकृष्ण शिवराम मुंजे का नाम नहीं सुना होगा। सुनेंगे…
नमाज पढ़ते मुस्लिम और सुरक्षा में सिखों का घेरा: हाईजैक ‘किसान आंदोलन’ और शाहीन बाग मॉडल
अनुपम कुमार सिंह नई दिल्ली। दिल्ली में ‘किसान आंदोलन’ के दौरान कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने…
सीताराम को बाथरूम में किया बंद, सिंधिया को नहीं दिया समय: सोनिया गाँधी ने ‘यूज एंड थ्रो’ से 22 साल चलाया कॉन्ग्रेस
अनुपम कुमार सिंह सोनिया गाँधी फ़िलहाल कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष हैं। मीडिया में तरह-तरह के लेख लिख…
ऑनलाइन एजुकेशन को दिलचस्प बनाने के 5 तरीके
सकीना कासिम जैदी स्कूलों का ‘न्यू नॉर्मल’ बदलाव है- ऑनलाइन क्लासरूम. 2020 की शुरूआत तक मोबाइल…
पाकिस्तान में मोहाजिरों की दयनीय दशा का जिम्मेदार कौन?
शांतनु मुखर्जी 1947 में भारत विभाजन के उस काले अध्याय में कई दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदायी घटनाएं…
किसान आंदोलन: अगर सरकार पीछे हटी तो टूटेगा मोदी मैजिक
राजेश श्रीवास्तव अर्थशास्त्री और लेखक गुरचरण दास कृषि क्षेत्र में सुधार के एक बड़े पैरोकार हैं…
कॉन्ग्रेस का कोढ़ है धर्मांतरण, रोकने को देर से बने कानून कितने दुरुस्त?
आनंद कुमार बराबरी का अधिकार संविधान ही छीन लेता है। जब अनुच्छेद 25(1) में कहा जाता…
आखिर क्यों पीएम बार-बार कर रहे वन नेशन वन इलेक्शन की बात
राजेश श्रीवास्तव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संविधान दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम को…
“विधायक जी की जनसेवा”
कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल नेताजी जो कल तक रसूखदारों के पीछे-पीछे जयकारे लगाते हुए घूम रहे थे…
दीप्रिंट वालो! ‘लव जिहाद’ हिन्दू राष्ट्र का आधार नहीं, हिन्दू बच्चियों को धोखेबाज मुस्लिमों से बचाने का प्रयास है
जयन्ती मिश्रा ‘लव जिहाद’ के नाम पर आज कल वामपंथी गिरोह ने एक नया एजेंडा चलाना…
‘मोदी है तो मुमकिन है’, यह कोई चुनावी नारा नहीं भारतीय राजनीति की हकीकत है
नीरज कुमार दुबे ‘मोदी है तो मुमकिन है’, अब यह नारा नहीं बल्कि एक हकीकत बन…
सपा-बसपा ना तो मिल कर और ना ही अलग होकर भाजपा को चुनौती दे पा रहे हैं
अजय कुमार गैर भाजपाई दलों के लिए उत्तर प्रदेश की सियासी डगर लगातार ‘पथरीली’ होती जा रही है।…
कलम के साथियों आप खुद तय करिये अपनी कीमत, वरना…
राजेश श्रीवास्तव पिछले कुछ दिनों में देश ने मीडिया का ऐसा चेहरा देखा है जो आम…
लव जेहाद ही नहीं , , किसी भी जेहाद से मुक्ति पाने के लिए फ़्रांस मॉडल पूरी दुनिया के लिए अब एक मॉडल है
दयानंद पांडेय लव तो एक बहुत ही पवित्र शब्द है लेकिन लव जेहाद बहुत बड़ा कोढ़…
मां के बनाए काजल की कालिख से मुनव्वर राना ने अपना चेहरा काला कर लिया
दयानंद पांडेय यह अच्छा ही हुआ कि मुनव्वर राना के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने सांप्रदायिक विद्वेष…
अभिव्यक्ति की आजादी की लक्ष्मण रेखा कहां हो…
चंद्र भूषण पांडे लोकतंत्र अपने वसूलों पर चलता है। लोकतंत्र में परंपराओं का बड़ा महत्व है।…
जनसंघ: ‘राष्ट्रवाद’ को आवाज देने वाला पहला राजनीतिक दल, जिसके कार्यकर्त्ता सीमा से सियासत तक डटे रहे
विभव देव शुक्ला देश के एक राजनीतिक दल से कितनी आशा की जानी चाहिए? एक राजनीतिक…
‘परमबीर सिंह ने 26/11 मुंबई हमले के दौरान आतंकियों का मुकाबला करने से इनकार किया था’: पढ़िए उनका ‘काला-चिट्ठा’
26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान मुंबई के पुलिस आयुक्त रहे हसन गफूर ने परम…
योगी ने खुद को साबित कर दिया
राजेश श्रीवास्तव अगर आपसे पूछा जाए कि पूरे देश में आपको कौन से मुख्यमंत्री का नाम…
भारत के परिपेक्ष्य में निरर्थक शब्द मात्र है सेक्युलरिज्म
सर्वेश तिवारी श्रीमुख मुझे मेरे एक मित्र ने कहा कि ‘सेक्युलरिज्म’ को परिभाषित कीजिये। मैं हमेशा…
गद्दारी और खुद्दारी के दो पाटों में फँसे हैं प्रत्याशी
“मध्यप्रदेश में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में उतरे प्रत्याशियों की स्थिति लुटे हुए मेले के मदारियों…
लोहिया की नसीहत; लोकतंत्र में विपक्ष का मतलब विरोधी नहीं
जयराम शुक्ल डाक्टर राममनोहर लोहिया के व्यक्तित्व के इतने आयाम हैं जिनका कोई पारावार नहीं। उनसे…
फिर भी जलती रहेगी लोहिया के विचारों की मशाल (पुण्यस्मरण)
जयराम शुक्ल राजनीति ऐसा तिलस्म है कभी सपनों को यथार्थ में बदल देता है तो कभी…