राजभोग से लेकर दाल रायसीना तक, मोदी के शपथग्रहण समारोह में परोसे जाएंगे ये व्यंजन

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद आज नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन में फिर एक बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस आयोजन का गवाह बनने के लिए 14 देशों के राष्ट्रप्रमुखों के साथ साथ जानी मानी हस्तियां भी आ रही हैं।बॉलीवुड से भी कई सितारों को न्यौता दिया गया है। ऐसे में समारोह के स्वागत का अच्छा खासा इंतजाम किया गया है जिसमें सुबह नाश्ते से लेकर डिनर तक का शाही औऱ शानदार डिशेज की तैयारी की गई है।

कहा जा रहा है कि खुद शुद्ध शाकाहारी होने के बावजूद मोदी के शपथग्रहण में आए मेहमानों को कई तरह के नॉनवेज डिशेस परोसे जा सकते हैं लेकिन समारोह का मुख्य आकर्षण मुख्यतया शाकाहारी डिशेस ही होंगी।

सुबह के नाश्ते में मेहमानों को चटपटे समोसे, पोहा, सेंडविच जैसे हल्के पकवान परोसे जाएंगे। इस नाश्ते में खास स्थान रहेगा राजभोग का जिसे खास शेफ के जरिए तैयार किया जा रहा है। मेहमानों को लेमन टार्ट भी परोसा जाएगा।

दोपहर के भोजन में शाकाहारी भोजन और गुजराती व्यंजनों की प्रमुखता रहेगी। मेहमानों के लिए स्पेशल पनीर टिक्का की भी व्यवस्था की गई है।

सबसे खास डिश जो शपथ ग्रहण में आए मेहमानों के लिए तैयार की जा रही है, वो है दाल रायसीना। राष्ट्रपति भवन की स्पेशल दाल जिसे पकाने में 48 घंटे से भी ज्यादा का वक्त लगता है। यानी समारोह शुरू होने से दो दिन पहले ही ये दाल पकनी शुरू हो गई थी।

रात नौ बजे राष्ट्रपति भवन में मेहमानों के लिए डिनर का वक्त होगा और देश विदेश से आए मेहमान इस शाही दाल का आनन्द लेंगे। डिनर का आगाज स्पेशल लेमन कोरिएंडर सूप के साथ किया जाएगा।

कहा जा रहा है कि पिछली बार सुरक्षा कारणों के चलते लोगों को शपथ ग्रहण के मुख्य हाल में पानी की बोतल ले जाने की अनुमति नहीं थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। विदेशी मेहमान ज्यादा गरिष्ठ भोजन नहीं करते और इसी उद्देश्य से राष्ट्रपति भवन के मुख्य शेफ की निगरानी में ऐसे पकवान बनाए जा रहे हैं जो लोगों को स्वादिष्ट लगें और पेट को भारी भी न पड़ें।

कहा जा रहा है कि 2014 में भी नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के दौरान काफी वैरायटी वाले और देश के प्रमुख व्यजनों की फेरहिस्त थी। उस समय स्‍टार्टर के तौर पर चिल मेलन सूप, चिकन हजारी डिश, मटन मलाईदार, गिलौटी कबाब, तंदूरी आलू जैसे व्यंजन परोसे गए थे।

जबकि  डिनर में शाकाहारी औऱ मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन शामिल थे। डिनर में प्रॉन टू (केरल), चिकन चेट्टीनाद (तमिलनाडु), बीरबली कोफ्ता करी (राजस्‍थान), जयपुरी भिंडी (राजस्‍थान), केला मेथी नो शाक (गुजरात), दाल मक्‍खनी (पंजाबी), पतल दोरमा (बंगाल), चावल, नान और रोटी शामिल थी।

खान के बाद मीठे का भी खास इंतजाम था। स्वीट्स में मैंगो स्‍वीकन, पाइनएपल हलवा, संदेश, श्रीखंड, कटे हुए फल, ग्रीन टी, साउथ इंडियन कॉफी की व्यवस्था थी। जबकि अंत में विदेशी और देशी मेहमानों ने मीठे पान का स्वाद लिया था।

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