गवर्नर को सावधान रहना चाहिए, शिंदे बनाम उद्धव केस में SC की भगत सिंह कोश्यारी पर तीखी टिप्पणी

नई दिल्ली।  राज्यपाल को अपनी शक्ति का सावधानी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए। उन्हें यह पता होना चाहिए कि यदि वे विश्वास मत बुलाते हैं तो फिर उसका नतीजा सरकार गिरने के तौर पर सामने आ सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना में फूट को लेकर चल रही सुनवाई के दौरान यह तीखी टिप्पणी की। अदालत ने तत्कालीन गवनर्र भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका को लेकर कहा, ‘राज्यपाल को इस बात की खबर होनी चाहिए कि विश्वास मत बुलाए जाने से सरकार पर भी खतरा पैदा हो सकता है।’ बेंच ने कहा कि गवर्नर को ऐसा कोई फैसला नहीं लेना चाहिए, जिसका नतीजा सरकार गिरने के तौर पर सामने आए।

बेंच ने कहा कि आखिर महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट बुलाने का क्या आधार था। इस पर एकनाथ शिंदे गुट का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उद्धव ठाकरे पर बागी विधायकों का भरोसा खत्म हो गया था। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि यह तो पार्टी के अंदर का मतभेद था। लेकिन इससे गवर्नर का विश्वास मत बुलाने का फैसला सही नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि गवर्नर को इस बात की अनदेखी नहीं करनी चाहिए कि यदि तीन पार्टियों का गठबंधन होगा तो फिर कोई एक असहमत रहेगा ही।

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