साबरमती जेल टू प्रयागराज-2: खौफ में अतीक, बाहर आते ही बोला- ये मुझे मारना चाहते हैं

फिर दहशत में माफिया डॉन

एक बार फिर यूपी का सबसे बड़ा डॉन अतीक अहमद सवा बारह सौ किलोमीटर के सफर पर निकल गया है. एक बार फिर उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड की आंखों में खौफ दिखाई दे रहा है और जुबां पर दहशत… जैसा पिछली बार दिखा था. अतीक ने जेल से निकलते ही कहा था कि कोर्ट के कंधे पर रखकर मुझे मारना चाहते हैं.

उसी टीम को फिर भेजा गया

इस बार भी अतीक अहमद को उसी रूट से लाया जा रहा है. साबरमती जेल से राजस्थान के उदयपुर, मध्यप्रदेश के शिवपुर होते हुए झांसी के रास्ते प्रयागराज लाया जाएगा. अतीक को पहले लाने वाली पुलिस टीम ही इस बार भी भेजी गई है. पुलिस की टीम में प्रभारी निरीक्षक और 30 कॉन्स्टेबल मौजूद हैं. इसके अलावा एक जीप और दो बंदी रक्षक वाहन भी भेजा गया है.

वारंट-बी लेकर पहुंची है पुलिस

पिछली बार अतीक को उमेश पाल अपहरण कांड में पेशी के लिए प्रयागराज ले जाया गया था. एमपी-एमएलए कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी. अब अतीक पर उमेश पाल मर्डर केस में भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है. लिहाजा यूपी पुलिस वारंट बी लेकर प्रयागराज से साबरमती जेल पहुंची है. वारंट बी का मतलब है-ट्रांसफर वारंट.

कोर्ट में पेश करेगी यूपी पुलिस

अतीक अहमद को प्रयागराज पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में अब आरोपी बना चुकी है. उसी का कोर्ट से जारी वारंट-बी लेकर प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल गई है. किसी भी जेल में बंद व्यक्ति को जब वारंट बी यानी आरोपी बनाकर कोर्ट में पेश करना हो तो आरोपी को कोर्ट में लाना पड़ता है. अतीक अहमद को भी मर्डर केस में कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसके बाद पुलिस रिमांड मांगेगी.

उमेश के परिवार ने की एनकाउंटर की मांग

अब अतीक को प्रयागराज ले जाया जा रहा है, जहां पुलिस उससे उमेशपाल हत्याकांड की साजिश को लेकर पूछताछ करेगी. उम्मीद है यूपी का डॉन कुछ बोलेगा और हत्याकांड के राज खोलेगा. इस बीच उमेश पाल के परिजनों ने कहा कि जैसा उसने किया है, उसका भी एनकाउंटर होना चाहिए. यानी उमेश पाल के परिवार ने एनकाउंटर की मांग की है.

अब तक दो बदमाशों का एनकाउंटर

उमेशपाल हत्याकांड में पुलिस ने अबतक दो बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. वहीं, दूसरे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है. पुलिस के मुताबिक, अतीक के भाई अशरफ ने बरेली जेल से वारदात को अंजाम देने की साजिश रची. इसके लिए अशरफ ने बरेली जेल में बदमाशों के साथ एक मीटिंग भी की थी.

असद की तलाश में छापेमारी जारी

यह मीटिंग बीते 11 फरवरी को हुई थी. पुलिस अतीक के बेटे असद की भी तलाश कर रही है, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. पता चला है कि हत्याकांड के बाद से ही अतीक का बेटा असद यूपी पुलिस की आंखों में लगातार धूल झोंक रहा है. हत्याकांड के दिन यानी 24 फरवरी को लखनऊ में असद के एटीएम से उसके दोस्त ने पैसा निकाला.

असद ने अपना आईफोन लखनऊ के फ्लैट में छोड़ दिया ताकि लोकेशन के लिहाज से पुलिस को गुमराह किया जा सके. पुलिस ने असद के उस दोस्त को हैदराबाद से पकड़ा तब उसकी इस चालाकी का पर्दाफाश हुआ. इसके साथ ही असद के दिल्ली में छिपने की जानकारी सामने आई है. उसके तीन मददगारों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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