चुनावी साल में शार्प होगी ED की स्कैनिंग? रडार पर हेमंत-तेजस्वी समेत ये हस्तियां

रांची/पटना। देश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई और आयकर की टीम ने वर्ष 2023 में जबरदस्त हल्लाबोल अभियान चलाया। केंद्रीय एंजेसियों की टीम के निशाने पर ज्यादातर विपक्षी दलों के नेता रहे। विपक्ष इसके लिए हंगामा भी मचाता रहा। सुप्रीम कोर्ट तक बात पहुंची। हालांकि, अदालत ने शिकायतकर्ताओं को कोई राहत नहीं दी। फिर भी इन एजेंसियों से बचने के लिए नेता अलग-अलग कारण बता कर कोर्ट पहुंचते रहे। झारखंड में तो आयकर महकमा की ओर से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के ठिकानों से 350 करोड़ रुपए की बरामदगी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी। झारखंड में दो आईएएस अधिकारियों को ईडी ने गिरफ्तार किया। एक चीफ इंजीनियर भी घोटाले के आरोप में पकड़े गए। उनके घर से भी नकदी समेत सौ करोड़ से अधिक संपत्ति की बरामदगी हुई। जांच के दौरान ही ईडी को 1000 करोड़ रुपए के खनन घोटाले का पता चला। सरकारी जमीन की खरीद-बिक्री की जांच में कुछ ऐसे कागजात ईडी के हाथ लगे, जिसके तार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़ते हैं। खनन घोटाले की जांच में जब सीएम हेमंत सोरेन के करीबी पकड़े गए तो इसके तार ईडी ने उनसे भी जोड़ा। एक बार उनसे ईडी ने पूछताछ भी की। जब से जमीन घोटाले का राजफाश हुआ है और कुछ लोग गिरफ्तार हुए हैं, तभी से हेमंत सोरेन को ईडी पूछताछ के लिए बुला रही है। छह नोटिस के बावजूद हेमंत हाजिर नहीं हुए हैं। सातवीं और आखिरी नोटिस ईडी ने उन्हें जारी किया है। ईडी के पास पूछताछ के लिए नेताओं और अफसरों की लंबी फेहरिश्त है। नए साल में केंद्रीय जांच एजेंसियां बिहार-झारखंड में बड़ा कहर बरपाने की तैयारी में हैं।

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मनरेगा घोटाले की जांच के लिए आई थी ईडी की टीम

पहली बार झारखंड में ईडी की धमक तब सुनाई पड़ी थी, जब आईएएस पूजा सिंघल के कार्यकाल में हुए मनरेगा घोटाले की जांच शुरू हुई। पहले की सरकारों ने न सिर्फ मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल को क्लीन चिट दे दी थी, बल्कि उन्हें मौजूदा सरकार भी तवज्जो देती रही। ईडी ने जांच के क्रम में पूजा के करीबियों के घर से 19 करोड़ रुपए बरामद किए थे। पूजा और उनके एकाउंटेंट को ईडी ने गिरफ्तार भी किया। जांच के ही दौरान में ईडी को खनन घोटाले की जानकारी मिली। ईडी की टीम संताल परगना के इलाके में पहुंची तो सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर से हेमंत सोरेन के दस्तखत किए चेकबुक की बरामदगी ने ईडी अधिकारियों को चौंका दिया। उसके बाद जांच तेज हुई और ईडी ने खनन घोटाले में 1000 करोड़ रुपए के खेल का पता लगाया।

खनन घोटाले के बाद सरकारी जमीन का बिक्री घोटाला

खनन घोटाले के क्रम में सत्ता से नजदीकी रखने वाले प्रेम प्रकाश के घर ईडी ने दबिश दी। यहां चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ। सीएम हेमंत सोरेन की सुरक्षा में तैनात जवानों के हथियार उनके घर में रखे मिले। ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सेना की जमीन को अवैध तरीके से बेचने के आरोप में वैसे तो कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं, लेकिन उल्लेखनीय गिरफ्तारी आईएएस छविरंजन की रही। उनकी संलिप्तता भी उजागर हुई है। जमीन घोटाले की जांच में ही राजस्व महकमे के एक कर्मचारी के घर से कुछ ऐसे कागजात हाथ लगे, जिसके तार सीधे हेमंत सोरेन और दूसरे नेताओं से भी जुड़े बताए रहे हैं। ईडी इसी मामले में हेमंत से पूछताछ भी करना चाहता है। उन्हें बार-बार समन भेज रही है। इस बार तो ईडी ने जो समन भेजा है, उसे अंतिम बताते हुए कहा है कि समय और स्थान आप खुद बताएं। ईडी ने दो दिन की मोहलत दी है, जिसमें एक दिन बीत चुका है।

ईडी के रडार पर कई अफसरों के भी नाम

ईडी सूत्रों से जो जानकारी मीडिया में आती रही है, उसके मुताबिक नेताओं के अलावा चीफ सेक्रेट्री समेत कई अफसरों से भी पूछताछ की तैयारी है। मुख्य सचिव को ईडी ने नोटिस भेज कर पूछा है कि क्या उनके खिलाफ कोई आरोप है? आरोप है तो क्या कार्रवाई हुई? पहले किसी मामले में दंडित तो नहीं रहे हैं? उनके खिलाफ कोई डिपार्टमेंटल प्रोसीडिंग तो नहीं चल रही? मुख्य सचिव से ये सब जानकारी ईडी को क्यों चाहिए, इसका खुलासा नहीं किया गया है। एलबी ख्यांग्ते को हाल ही में राज्य सरकार ने मुख्य सचिव बनाया है। माना जा रहा है कि वे भी वैधानिक तरीके से नोटिस का जवाब देंगे।

झारखंड के तीन बड़े अफसरों को गिरफ्तार किया गया

ईडी ने अब तक दो आईएएस पूजा सिंघल और छविरंजन को गिरफ्तार किया है। दोनों जेल में हैं। चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम भी ईडी की गिरफ्त में आ चुके हैं। वे भी अभी जेल में ही हैं। जिन मामलों में इन अफसरों की गिरफ्तारियां हुई हैं, उनमें और भी कई लोग पकड़े गए हैं। खनन घोटाले में ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव और गृह सचिव रह चुके आईएएस राजीव अरुण एक्का को भी पहले समन भेज कर बुला चुकी है। एक्का पर आरोप है कि वैसे लोगों से उनके संबंध रहे हैं, जो काले धन का कारोबार करते हैं। काले धन के निवेशक विशाल चौधरी से उनके घनिष्ठ संबंध उजागर हो चुके हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो क्लिप जारी कर आरोप लगाया था कि वे सरकारी फाइलें भी विशाल चौधरी के घर में बैठ कर निपटाया करते थे। इस बीच बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के नाम से एक अखबार के प्रधान संपादक को आए फोन का मामला उजागर होने के बाद ईडी ने जेलर प्रमोद कुमार को भी नोटिस देकर दो जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है।

बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी से 5 जनवरी को पूछताछ

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब घोटाले में ईडी ने 5 जनवरी को दिल्ली ऑफिस में तलब किया है। उनके पिता लालू प्रसाद यादव को भी ईडी ने 25 दिसंबर को बुलाया था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। तेजस्वी का कहना है कि ये सब चुनाव तक चलता रहेगा। उन्हें जब भी बुलाया गया है, वे हाजिर हुए हैं और पूछताछ में सहयोग भी किए हैं।

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