हल्द्वानी दंगा: मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक का बेटा भी गिरफ्तार, दिल्ली से उत्तराखंड पुलिस ने पकड़ा; पुलिस पर हमलों के बाद से था फरार

अब्दुल मोइद, अब्दुल मलिकहल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के बड़े चेहरों में से एक अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद अब उसके बेटे अब्दुल मोईद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्तराखंड की पुलिस ने मोईद को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी अब्दुल मलिक से पूछताछ के दौरान मिली थी, जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही थी। सटीक सूचना के आधार पर मोईद को दिल्ली से पकड़ा गया। वो बनभूलपुरा हिंसा के टॉप 8 वांटेड में था। अब पुलिस इस हिंसा से जुड़े तमाम बड़े चेहरों को गिरफ्तार कर चुकी है।

नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि बनभूलपुरा हिंसा से जुड़े उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छह पुलिस टीमें गठित की गई, जो देश के अलग-अलग राज्यों- गुजरात, दिल्ली, मुंबई-महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि सभी संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही है। उक्त गठित टीमों में से एक टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। इस टीम ने हल्द्वानी दंगे में वांछित अभियुक्त अब्दुल मोईद को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। अब्दुल मोईद लगातार 21 दिनों तक पुलिस को चकमा देता रहा था, लेकिन अब वो पुलिस की गिरफ्त में है।

हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपित अब्दुल मलिक को 24 फरवरी 2024 को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। नैनीताल पुलिस की टीम ने सूचना के आधार पर उसकी गिरफ्तारी की थी। अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद उसे हल्द्वानी लाया गया था। वहाँ उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। उसे कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेजा है, जिसके बाद से उससे जानकारियाँ निकाली जा रही है। बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक से 150 से अधिक सवाल पूछे जा चुके हैं।

6 की मौत, 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल

बता दें कि 8 फरवरी हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध मस्जिद-मदरसे को हटाने पहुँची नगर निगम की टीम और पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ था। इसमें अब्दुल मलिक और अब्दुल मोईद की भूमिका सामने आई। उसे पर उपद्रवियों को भड़काने का आरोप है। मलिक का बगीचा इलाके से शुरु हुई हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, रामनगर कोतवाल समेत 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूँक दिया। पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी दोपहिया समेत 70 से अधिक वाहन फूँक दिए गए। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था। हल्द्वानी में कर्फ्यू लगाकर हिंसा की घटना को काबू में लाया जा सका था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस की ओर से दर्ज किए गए केस में अब तक करीब 85 से अधिक आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। हल्द्वानी हिंसा मामले के बाद से पुलिस और प्रशासन की टीम के स्तर पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में सभी नामजद आरोपित पकड़े जा चुके हैं।

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