‘सॉरी पापा, मैं JEE नहीं कर सकता…’, लिखकर कोटा के छात्र ने कर लिया सुसाइड, खाई सल्फास की गोलियां

Kotaश‍िवरात्र‍ि के दिन सुबह-सुबह कोटा से एक और बुरी खबर मिली है. यहां रहकर JEE कर रहे एक कोचिंग छात्र ने सुसाइड कर लिया है. छात्र के कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. कोटा में स्टूडेंट सुसाइड का यह छठा मामला है. पिछले साल ही 29 बच्चों ने आत्महत्या की थी.

पुलिस-प्रशासन के लाख जतन के बावजूद कोटा से बुरी खबरों का सिलसिला नहीं थम रहा है. एग्जाम और परफॉर्मेंस प्रेशर के चलते कोटा में गुरुवार को एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली है.

बिहार के भागलपुर का रहने वाला था छात्र

कोचिंग छात्र अभिषेक कुमार भागलपुर बिहार का रहने वाला था और निजी कोचिंग संस्थान से JEE Mains की तैयारी कर रहा था. छात्र पिछले 1 साल से कोटा के विज्ञान नगर थाना इलाके में पीजी में रह रहा था. मृतक छात्र अभिषेक ने सल्फास खाकर की आत्महत्या कर ली. पुलिस को छात्र के रूम से सल्फास की बोतल मिली है.

सुसाइड नोट में लिखा, ‘सॉरी पापा, मैं JEE नहीं कर सकता.’

बताया जा रहा है कि पुलिस ने कोचिंग संस्थान से जब पता किया तो अभिषेक 29 जनवरी को पेपर देने भी नहीं गया था. इसके बाद 19 फरवरी को भी उसका पेपर था छात्र ने वो पेपर भी देने नहीं गया. पुलिस ने अभिषेक के रूम से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. सुसाइड नोट में लिखा है कि सॉरी पापा मैं JEE नहीं कर सकता.

पुलिस ने मृतक छात्र अभिषेक के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया  है और परिवार को सूचना दे दी है. परिवार आने के बाद अभिषेक के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि देशभर में शिक्षा नगरी के नाम से पहचाना जाने वाला कोटा अब स्टूडेंट सुसाइड को लेकर चर्चा में है. पिछले साल 29 छात्र-छात्राओं ने सुसाइड किया था, जबकि इस साल की शुरुआत में ही 6 छात्र सुसाइड कर चुके हैं. हालांकि स्टूडेंटस को मोटिवेट करने के लिए प्रशासन ‘कामयाब कोटा’ और ‘डिनर विद कलेक्टर’ जैसे अभियान चला रहा है. हॉस्टल और पीजी रूम के पंखों में ‘एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाई जा रही हैं. सिटी की नई एसपी डॉ. अमृता दुहन हॉस्टल जाकर छात्र-छात्राओं से मिल रही हैं. हॉस्टल संचालकों और कोचिंग सस्थानों के लिए निर्देश भी जारी किए गए हैं. इसके बावजूद इस साल भी कोटा में छात्र आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे.

(अगर आपके या आपके किसी परिचित में मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

 

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