नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ ने इसी हफ्ते शपथ ली । शपथ ग्रहण के बाद उन्होने कार्यभार संभाला, एक के बाद एक वो अपने चुनावी वादों को साकार करने की कोशिश में जुटे हुए हैं । किसानों के कर्ज माफ से लेकर राज्य के युवाओं के लिए बेहतर रोजगार जैसे वादों पर वो काम कर रहे हैं । कमलनाथ और कांग्रेस से जुड़ी कई बातें सोशल मीडिया पर पढ़ने और देखने को मिल रही है । उन्हीं में से एक तस्वीर है कमलनाथ और राजीव गांधी की । जानें इस तस्वीर की सच्चाई क्या है ।
तस्वीर के साथ संदेश
इस तस्वीर में राजीव गांधी और कमलनाथ एक कार में बैठे नजर आ रहे हैं । कमलनाथ ड्राइविंग सीट पर हैं और राजीव उनके साथ वाली सीट पर बैठे हैं । इस तस्वीर के साथ एक संदेश भी वायरल हो रहा है, इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि कमलनाथ कभी राजीव गांधी के ड्रायवर हुआ करते थे और आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उनकी संपत्ति के बारे में भी संदेश में लिखा गया है, लिखा गया है कि कमलनाथ 2 अरब के मालिक बन गए हैं, अब और कितने अच्छे दिन चाहिए ।वायरल तस्वीर का सच
20 अगस्त 2018 को कमलनाथ ने खुद ये तस्वीर राजीव गांधी के जन्मदिन के मौके पर ट्विटर पर शेयर की थी । उन्होने इसे शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था, ‘आईटी और संचार क्रांति के जनक, पंचायती राज के प्रणेता, भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन।’ कमलनाथ गांधी परिवार के काफी करीबी रहे हैं, इंदिरा उन्हें अपना तीसरा बेटा मानती थीं । ऐसे में ये कहना कि वो राजीव गांधी के ड्राईवर थे, ये सच नहीं है । कमलनाथ और संजय गांधी देहरादून सिथत दून स्कूल में एक साथ पढ़े हैं । बचपन से ही कमलनाथ गांधी परिवार के करीब रहे हैं, सिर्फ संजय गांधी ही नहीं बल्कि उनके राजीव गांधी और इंदिरा गांधी से भी अच्छे संबंध रहे । इमरजेंसी में जेल भी गए थे कमलनाथ
कमलनाथ और संजय गांधी की दोस्ती इतनी खास थी कि कमलनाथ उनके लिए जेल जाने से भी नहीं हिचके । 1979 में जब इमरजेंसी के बाद पहली बार केंद्र में गैर-कांग्रेसी सरकार बनी तो संजय गांधी को तिहाड़ जेल भेज दिया गया था । बताया जाता है कि जेल में संजय गांधी का ख्याल रखने के लिए कमलनाथ ने जज के साथ बदतमीजी की और तिहाड़ जेल पहुंच गए। इंदिरा गांधी ने बताया था ‘तीसरा बेटा’
वहीं 1980 में जब कमलनाथ अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे तो कांग्रेस ने उन्हें छिंदवाड़ा सीट से टिकट दिया था । उनके प्रचार में इंदिरा गांधी खुद पहुंचीं थीं और उन्होंने कहा था, ‘मैं नहीं चाहती कि आप कांग्रेस नेता कमलनाथ को वोट दें। मैं चाहती हूं कि आप मेरे तीसरे बेटे कमलनाथ को वोट दें।’ जाहिर है इस बात से ये पता चलता है कि वो गांधी परिवार के कितने करीबी रहे हैं ।