हिरोशिमा-नागाशाकी वाले से भी 3 गुना ज़्यादा शक्तिशाली… बेलारूस पहुँच गया पुतिन का परमाणु जखीरा, यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने उठाया बड़ा कदम

क्या रूस और यूक्रेन के युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होगा? दुनिया भर के विशेषज्ञों के बीच ये आशंका एक बार फिर से बलवती हो गई है। कारण – रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने पुष्टि की है कि उनके देश ने बेलारूस में परमाणु हथियारों के जखीरे को स्थानांतरित किया है। उन्होंने कहा कि अगर रूस के इलाकों को कोई क्षति पहुँचती है तो इनका इस्तेमाल किया जाएगा। हालाँकि, अमेरिका ने कहा है कि रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा ऐसा नजर नहीं आ रहा।

बता दें कि बेलारूस पड़ोसी होने के साथ-साथ रूस का सबसे गहरा साझीदार भी है, जिसने यूक्रेन से युद्ध में अपना जमीन इस्तेमाल करने की खुली छूट रूस को दे रखी है। अब व्लादिमीर पुतिन ने साफ़ किया है कि गर्मी का मौसम खत्म होते-होते टैक्टिकल न्यूक्लियर वॉरहेड्स बेलारूस में पूरी तरह तैनात कर दिए जाएँगे। ‘सेंट पीटरस्बर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम’ में उन्होंने ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सतर्कता के लिए ऐसा किया गया है।

रूसी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि जो कोई भी हमें रणनीतिक रूप से हारने की सोचेगा, ये उसको जवाब है। इन हथियारों के इस्तेमल को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हम पूरी दुनिया को क्यों संकट में डालेंगे? पुतिन ने कहा कि उन्होंने बार-बार ये दोहराया है कि सबसे गंभीर कदम तभी उठाया जाएगा जब रूस की संप्रभुता को खतरा हो। बता दें कि इस किस्म के परमाणु हथियार युद्ध में सीमित प्रभाव के लिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “हमें परमाणु बटन दबाने की ज़रूरत ही नहीं है। सभी को लगता है कि हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। लेकिन, ऐसी कोई आवश्यकता ही नहीं है। सीमा पर हमारा दुश्मन फल हो रहा है।” बता दें कि सबसे छोटा न्यूक्लियर हथियार भी एक किलोटन का होता है। हिरोशिमा पर अमेरिका ने जो गिराया था, वो 15 किलोटन का था। उधर बेलारूस के राष्ट्रपति ने कहा है कि उनके पास जो हथियारों का जखीरा पहुँचा है, वो हिरोशिमा-नागाशाकी में गिराए गए परमाणु बम से भी 3 गुना अधिक शक्तिशाली है।

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