पुतिन से बगावत के बाद 4 महीने भी जिंदा नहीं रह सके वैगनर आर्मी चीफ प्रिगोझिन, जेट क्रैश हुआ या मार गिराया गया

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मई में बगावत का बिगुल बजाने वाले निजी सेना वैगनर आर्मी के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की मौत हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि उनका जेट क्रैश हो जाने से मौत हुई है। जेट में प्रिगोझिन समेत कुल 10 सैन्य अधिकारी सवार थे। मीडिया रिपोर्टों में सभी 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा रही है। हालांकि कई टेलीग्राम चैनलों ने बताया कि जेट को वायु रक्षा प्रणाली द्वारा मार गिराया गया है। अब प्रिगोझिन का विमान क्रैश हुआ या उसे मार गिराया गया, यह अपने आप में रहस्य बना हुआ है। प्रिगोझिन ने मई में पुतिन से बगावत की थी, उसके बाद वह 4 महीने भी जिंदा नहीं रह सके। प्रिगोझिन की मौत की खबर ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है।

वैगनर के डिप्टी चीफ की भी मौत

कई टेलीग्राम चैनलों ने बताया कि जेट को वायु रक्षा प्रणाली द्वारा नीचे गिरते दिखाया गया था। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि वैगनर समूह में प्रिगोझिन के डिप्टी चीफ दिमित्री उत्किन भी दुर्घटना में मारे गए। यह खबर रूसी राज्य समाचार एजेंसी आरआईए की उस रिपोर्ट के ठीक एक दिन बाद आई है कि जिसमें कहा गया था कि “जनरल आर्मागेडन” उपनाम वाले सुरोविकिन को उनके पद से मुक्त कर दिया गया है और उनकी जगह वायु सेना के मुख्य स्टाफ के प्रमुख कर्नल-जनरल विक्टर अफ़ज़ालोव को नियुक्त किया जाएगा।

अफ्रीका में वैगनर को ताकतवर बनाना चाहता था प्रिगोझिन

पुतिन से बगावत के बाद प्रिगोझिन वैगनर समूह को दक्षिण अफ्रीका, बेलारूस और रूस में सबसे शक्तिशाली सेना बनाना चाहता था। फिलहाल प्रिगोझिन दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ताकतवर सेना बनाने के मिशन पर काम कर रहे थे। हाल में उनका एक वीडियो भी जारी हुआ था, जिसमें वैगनर चीफ ने दक्षिण अफ्रीका और रूस के लिए काम करने की बात कही थी। इसमें वह एक रेगिस्तानी इलाके में सेना की वर्दी में हाथ में राइफल लिए देखे गए थे। प्रिगोझिन ने कहा था कि वैगनर आर्मी इन दिनों सर्च आपरेशन में जुटी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *